कलीसिया से सम्बन्ध रखना

पश्चिमी संस्कृति व्यक्तिवाद का महिमामण्डन करती है, जिससे कि सामुदायिक संदर्भ में सम्बन्ध रखने और कार्य करने की अवधारणा, कई मायनों में, खो गई है। क्या मसीहियत व्यक्तिवाद के विचार के अनुकूल है? इस पाठ में, डॉ. फर्गसन पवित्रशास्त्र से दिखाते हैं कि ख्रीष्ट का उद्देश्य आराधकों के ऐसे समुदाय का निर्माण करना है जो न केवल उससे परन्तु एक दूसरे से भी सम्बन्ध रखते हैं।