19 जून 2025
यूहन्ना 6:48 में, हम यीशु के सात “मैं हूँ” कथनों में से पहले कथन को सुनते हैं। इनमें से छह कथनों में एक विधेय कर्तावाचक सम्मिलित है (यह बताया जाता है कि यीशु क्या है)—रोटी (यूहन्ना 6:48), ज्योति (यूहन्ना 8:12; 9:5), द्वार (यूहन्ना 10:7, 9), अच्छा चरवाहा (यूहन्ना 10:11, 14), पुनरुत्थान और जीवन (यूहन्ना 11:25), मार्ग, सत्य और जीवन (यूहन्ना 14:6)—जो हमें यीशु के व्यक्ति और कार्य के विषय में बहुत कुछ बताता है।