- लिग्निएर मिनिस्ट्रीज़

लिग्निएर का ब्लॉग

हम डॉ. आर. सी. स्प्रोल का शिक्षण संघ हैं। हम इसलिए अस्तित्व में हैं ताकि हम जितने अधिक लोगों तक सम्भव हो परमेश्वर की पवित्रता को उसकी सम्पूर्णता में घोषित करें, सिखाएं और रक्षा करें। हमारा कार्य, उत्साह, और उद्देश्य है कि हम लोगों को परमेश्वर के ज्ञान और उसकी पवित्रता में बढ़ने में सहायता करें।

 
17 मई 2021

अनुग्रह के सामान्य साधन

मैंने कभी किसी ख्रीष्टीय को यह कहते नहीं सुना कि वह विश्वास नहीं करता कि परमेश्वर सम्प्रभु नहीं है। परन्तु मैंने कई ख्रीष्टियों को इस प्रकार परमेश्वर की सम्प्रभुता को परिभाषित करते हुए सुना है जो अन्ततः मनुष्य को परमेश्वर पर सम्प्रभु बनाता है।
16 मई 2021

मरने का भय

मरने की प्रक्रिया और परिणाम के विषय में ख्रीष्टीय लोग सबसे अधिक किस डरते हैं? यहाँ छह सामान्य भय और प्रत्येक के लिए बहुत ही संक्षिप्त बाइबलीय उपाय प्रस्तुत हैं।
15 मई 2021

पर्याप्त न होने का भय

क्या आप कभी इस तथ्य के विषय में सोचने के लिए रुके हैं कि हम एक समय में रहते हैं जब, यदि आप चाहें, तो आपके पास दिन के होने वाली लगभग सभी घटनाओं की निरीक्षण करने, अभिलेख रखने और मूल्यांकन करने के लिए तकनीक अस्तित्व में है।
13 मई 2021

अप्रिय होने का भय

हमें पसंद किया जाना अच्छा लगता है। पसंद किए जाने का अर्थ है अभिलषित होना। और अभिलषित होने की लालसा मानव हृदय की सबसे शक्तिशाली प्रेरणाओं में से एक है।
12 मई 2021

बच्चों का परमेश्वर को न जानने का भय

मोनिका एक ऐसी स्त्री थी जिसे अपने पुत्र के प्राण के लिए डर था। उसके पास अच्छे कारण थे: ऑगस्टीन मोनिका के विश्वास को मूर्खता और निर्बल के रूप में देखता था।
11 मई 2021

आर्थिक हानि का भय

विचार करें कि कितना अधिक आपका जीवन आपके आर्थिक स्थिरता पर निर्भर है। आप एक गर्म शयनकक्ष में सो कर उठे क्योंकि आपने बिजली के बिल का भुगतान किया।
10 मई 2021

भय की वास्तविकता

हमारे बढ़ते हुए क्लेशों में भय और चिन्ता का प्रमुख स्थान है। वे सर्वोत्कृष्ट मानवीय विषय हैं। वे ऐसी समस्याएं नहीं है जो हमें कभी-कभी जकड़ लेती हैं; वे दैनिक जीवन की नियमित विशेषताएं हैं जो या तो पृष्ठभूमि में शान्त हो सकती हैं या तो अग्रभूमि में ऊँची आवाज़ के साथ हावी हो सकती हैं।
9 मई 2021

मेरे जीवन के लिए परमेश्वर की बुलाहट को परखना और उसका भण्डारी होना

हम सभी चाहते हैं कि हमारे जीवन का अर्थ हो। हम जानना चाहते हैं कि हम जीवन में एक ऐसे मार्ग का अनुसरण कर रहे हैं जो परमेश्वर की इच्छा के अनुसार है—और डर भी सकते हैं कि यदि हम परमेश्वर की इच्छा से बाहर हैं तो बुरी घटनाएं हमारे साथ घटेंगी। परमेश्वर की इच्छा में रहने की इच्छा रखना त्रुटिपूर्ण नहीं है; स्वयं यीशु ने भी प्रार्थना की, “मेरी इच्छा नहीं, पर तेरी इच्छा पूरी हो” (लूका 22:42)।
9 मई 2021

भय से स्वतन्त्रता

संसार एक संकटमय स्थान है, जिसमें संकटपूर्ण वस्तु और असुरक्षित लोग भरे हुए हैं। प्रत्येक कोना आपत्ति, कठिन श्रम, तथा फन्दे से भरा हुआ है क्योंकि बुराई वास्तविक है।