लेख
18 दिसम्बर 2025
द्वारा आर.सी. स्प्रोल — 18 दिसम्बर 2025
इतिहास के कुछ विशेष काल मुझे समस्त मानव-इतिहास की दिशा को समझने के लिए विशेष रूप से शिक्षाप्रद प्रतीत होते हैं। अर्थात् कभी-कभी हम अतीत के किसी एक विशिष्ट अवधि पर ध्यान केन्द्रित कर सकते हैं, देख सकते हैं कि कैसे सम्पूर्ण मानव-इतिहास उस काल की पुनरावृत्त करता है, और फिर उसी काल से सीख सकते हैं कि हमे आज क्या करना चाहिए।
16 दिसम्बर 2025
द्वारा डब्ल्यू रॉबर्ट गॉडफ्रे — 16 दिसम्बर 2025
पापियों के प्रति परमेश्वर की करुणा निर्गमन 34:6 के एक उद्धरण से आरम्भ होती है। मूसा ने परमेश्वर से उसकी महिमा दिखाने की विनती की थी, और परमेश्वर ने उत्तर में प्रतिज्ञा की कि वह अपनी सारी भलाई मूसा को दिखाएगा, जब वह चट्टान की दरार में छिपे मूसा के पास से होकर निकलेगा (निर्गमन 33:18–23)।
11 दिसम्बर 2025
द्वारा आर.सी. स्प्रोल — 11 दिसम्बर 2025
परमेश्वर के लोग हमेशा से वे रहे हैं जिन्हें हम “तीर्थयात्री प्रजा” कह सकते हैं। निर्गमन में पुराने वाचा की कलीसिया की व्यवस्था ने प्राचीन इस्राएलियों को “तीर्थयात्री” और “परदेशी” जैसे नाम दिये।
लेख
18 दिसम्बर 2025
द्वारा आर.सी. स्प्रोल — 18 दिसम्बर 2025
इतिहास के कुछ विशेष काल मुझे समस्त मानव-इतिहास की दिशा को समझने के लिए विशेष रूप से शिक्षाप्रद प्रतीत होते हैं। अर्थात् कभी-कभी हम अतीत के किसी एक विशिष्ट अवधि पर ध्यान केन्द्रित कर सकते हैं, देख सकते हैं कि कैसे सम्पूर्ण मानव-इतिहास उस काल की पुनरावृत्त करता है, और फिर उसी काल से सीख सकते हैं कि हमे आज क्या करना चाहिए।
16 दिसम्बर 2025
द्वारा डब्ल्यू रॉबर्ट गॉडफ्रे — 16 दिसम्बर 2025
पापियों के प्रति परमेश्वर की करुणा निर्गमन 34:6 के एक उद्धरण से आरम्भ होती है। मूसा ने परमेश्वर से उसकी महिमा दिखाने की विनती की थी, और परमेश्वर ने उत्तर में प्रतिज्ञा की कि वह अपनी सारी भलाई मूसा को दिखाएगा, जब वह चट्टान की दरार में छिपे मूसा के पास से होकर निकलेगा (निर्गमन 33:18–23)।




