आर.सी. स्प्रोल - लिग्निएर मिनिस्ट्रीज़

लिग्निएर का ब्लॉग

हम डॉ. आर. सी. स्प्रोल का शिक्षण संघ हैं। हम इसलिए अस्तित्व में हैं ताकि हम जितने अधिक लोगों तक सम्भव हो परमेश्वर की पवित्रता को उसकी सम्पूर्णता में घोषित करें, सिखाएं और रक्षा करें। हमारा कार्य, उत्साह, और उद्देश्य है कि हम लोगों को परमेश्वर के ज्ञान और उसकी पवित्रता में बढ़ने में सहायता करें।

 
21 मार्च 2023

यदि परमेश्वर सम्प्रभु है, तो हम प्रार्थना क्यों करें?

परमेश्वर की दृष्टि से कुछ भी छिपता नहीं है; कुछ भी उसकी सामर्थ्य की सीमाओं के परे नहीं है। परमेश्वर सब वस्तुओं पर अधिकार रखता है।
16 मार्च 2023

परमेश्वर से पहले क्या आया?

लोग तर्क कर सकते हैं कि यदि प्रत्येक प्रभाव (effect) का एक कारण (cause) होता है, तो परमेश्वर का भी एक कारण होना चाहिए। इसलिए वे पूछ सकते हैं, परमेश्वर से पहले क्या था? परन्तु शाश्वत परमेश्वर तो कोई प्रभाव नहीं है।
14 मार्च 2023

परमेश्वर का नाम क्या है?

मूसा ने एक कुछ क्षणों के लिए पवित्र परमेश्वर से भेंट की, और वह जितना निकट गया, उतनी ही वह भयभीत हुआ। उसने परमेश्वर की वाणी को उसे एक विशेष कार्य के लिए भेजते हुए सुना, और उसका भय सन्देह में बदल गया: “मैं कौन हूँ जो इस कार्य को करने जाऊँ?” और प्रतिउत्तर में परमेश्वर ने कहा, “मैं तेरे साथ रहूँगा” (निर्गमन 3:12)।
9 मार्च 2023

बचाने वाले विश्वास क्या है

विश्वास मसीहियत के लिए केन्द्रीय है। नया नियम बारम्बार लोगों को प्रभु यीशु ख्रीष्ट पर विश्वास करने के लिए बुलाता है। एक निश्चित विषयवस्तु है जिस पर विश्वास किया जाना चाहिए, जो हमारे धार्मिक क्रियाओं का अभिन्न भाग है।
7 मार्च 2023

आदि में . . .

पवित्रशास्त्र का पहला वाक्य उस पुष्टिकरण को प्रस्तुत करता है जिस पर शेष सब कुछ स्थिर है: “आदि में परमेश्वर ने आकाश और पृथ्वी की सृष्टि की” (उत्पत्ति 1:1)।
2 मार्च 2023

भण्डारीपन क्या है?

हमें स्वयं को जीवित बलिदान के रूप में परमेश्वर को समर्पित करना है। इसका अर्थ है कि हमें अपना समय, अपनी ऊर्जा, और अपने आप को आराधना और कृतज्ञता के कार्यों के रूप में समर्पित करना है।
28 फ़रवरी 2023

क्या पाप के स्तर होते हैं?

ऐतिहासिक रीति से देखा जाए, तो रोमन कैथोलिक और प्रोटेस्टेन्ट दोनों ने समझा है कि पाप के स्तर होते हैं। रोमन कैथोलिक कलीसिया प्राणघातक (mortal) और क्षम्य (venial) पाप में भेद करती है।
27 फ़रवरी 2023

सभी हैं ईश्वरविज्ञानी

बहुत लोग ईश्वरविज्ञान शब्द के प्रति यह मानते हुए नकारात्मक प्रतिक्रिया करते हैं कि इसमें सिद्धान्त के छोटे बिन्दुओं के विषय में नीरस, निष्फल विवाद सम्मिलित हैं। उनको पवित्रशास्त्र के आधारभूत सत्यों पर ध्यान देना भाता है और वे यह भी घोषणा करते हैं, “खीष्ट के अतिरिक्त कोई अन्य विश्वास वचन है ही नहीं।”
27 फ़रवरी 2023

पवित्र आत्मा कौन है?

पवित्र आत्मा का व्यक्ति और कार्य इन दिनों बहुत रुचि जगाता है परन्तु बहुत अधिक भ्रम भी । बहुत से लोग पूरी रीति से यह नहीं समझते हैं कि आत्मा कौन है या वह हमारे जीवन में कैसे कार्य करता है। कुछ लोग तो यह भी दावा करते हैं कि आत्मा उनसे बाइबल से पृथक बात करता है।