4 फ़रवरी 2025
क्योंकि नरक के विषय पर विचार करना कठिन है, कलीसिया के भीतर और कलीसिया के बाहर कई लोगों ने इस विचार को सहज बनाने का प्रयास किया है। वे सोचते हैं कि एक प्रेमी परमेश्वर लोगों को ऐसे घृणास्पद स्थान पर कैसे भेज सकता है? परन्तु परमेश्वर ने हमें नरक के सम्बन्ध में उसे दोषमुक्त करने के लिए नहीं कहा है, और वह इस प्रकार के सहज बनाने के प्रयासों की अनुमति नहीं देता है।