ऐरन गैरियट्ट - लिग्निएर मिनिस्ट्रीज़

लिग्निएर का ब्लॉग

हम डॉ. आर. सी. स्प्रोल का शिक्षण संघ हैं। हम इसलिए अस्तित्व में हैं ताकि हम जितने अधिक लोगों तक सम्भव हो परमेश्वर की पवित्रता को उसकी सम्पूर्णता में घोषित करें, सिखाएं और रक्षा करें। हमारा कार्य, उत्साह, और उद्देश्य है कि हम लोगों को परमेश्वर के ज्ञान और उसकी पवित्रता में बढ़ने में सहायता करें।

 
4 फ़रवरी 2025

5 बातें जो आपको नरक के विषय में पता होनी चाहिए

क्योंकि नरक के विषय पर विचार करना कठिन है, कलीसिया के भीतर और कलीसिया के बाहर कई लोगों ने इस विचार को सहज बनाने का प्रयास किया है। वे सोचते हैं कि एक प्रेमी परमेश्वर लोगों को ऐसे घृणास्पद स्थान पर कैसे भेज सकता है? परन्तु परमेश्वर ने हमें नरक के सम्बन्ध में उसे दोषमुक्त करने के लिए नहीं कहा है, और वह इस प्रकार के सहज बनाने के प्रयासों की अनुमति नहीं देता है।
2 अप्रैल 2024

2 कुरिन्थियों के बारे में जानने योग्य 3 बातें

1 कुरिन्थियों के समान 2 कुरिन्थियों में भी एक ऐसी कलीसिया को संबोधित करते हुए  बहुत सारी समस्याओं को सम्मिलित किया गया है, जो अनैतिकता, झूठे शिक्षकों, पंथवाद (sectarianism) और ईश्वरविज्ञानीय गड़बड़ी (theological confusion) से  पीड़ित है।
20 अप्रैल 2023

क्या परमेश्वर हमारे माता-पिता के पाप के लिए हमें दण्ड देता है?

ऐसे समय हैं जब ऐसा प्रतीत होता है कि बाइबल इस विषय में स्वयं का खण्डन करता है कि क्या हमें हमारे माता-पिता के पाप के लिए दण्डित किया जाता है या नहीं—कभी-कभी तो एक ही पुस्तक में ही।
18 अप्रैल 2023

भजन 51 के अनुसार प्रार्थना करना

परमेश्वर के लोगों ने बहुत समय से भजन 51 में दाऊद के शब्दों को एक ऐसे नमूने के रूप में देखा है कि हमें प्रार्थना कैसे करना चाहिए जब हम पवित्र परमेश्वर के विरुद्ध अपने घिनौने अपराधों से अभिभूत होते हैं।
13 अप्रैल 2023

विवाह के बाहर यौन सम्बन्ध के विषय में बाइबल क्या कहती है?

विवाह के बाहर यौन सम्बन्ध के विषय में बाइबल क्या कहती है? क्योंकि व्यवस्था हृदय पर लिखी हुई है (रोमियों 2:15), अविश्वासी लोग भी यौन सम्बन्ध के उद्देश्य और सीमाओं के विषय में कुछ जानते हैं, भले ही वे इस ज्ञान को दबाते हैं (रोमियों 1:18)।
16 जून 2022

गलातियों 3:28

गलातियों 3:28 में पौलुस के कथन को विभिन्न त्रुटिपूर्ण विचारों का समर्थन करने के लिए उद्धृत किया गया है, परन्तु सामान्यतः दो रीतियों में इसका त्रुटिपूर्ण अर्थ निकाला जाता है।
20 जनवरी 2022

चिन्ता के साथ विश्वासयोग्यता से जीना

चिन्ता रहस्यमयपूर्ण और भ्रान्तिजनक है। कुछ लोगों ने शक्तिहीन करने वाली चिन्ता का अनुभव किया है जिससे कि उन्होंने अपने आप को एम्बुलेन्स के पीछे बैठा हुआ पाया, जबकि अन्य लोगों को असाम्यिक चिन्ताजनक विचार आते हैं जो उनके शान्तिपूर्ण निद्रा में जाने से पहले उनके मस्तिष्क से होकर निकलते हैं। 
23 नवम्बर 2021

राई के दाने और ख़मीर का दृष्टान्त

पृथ्वी पर उसकी सेवकाई के आरम्भ से ही यीशु की शिक्षा में परमेश्वर का राज्य का एक महत्वपूर्ण स्थान था (मत्ती 4:17; मरकुस 1:15; लूका 4:43)। उसने घोषित किया कि उसका पृथ्वी पर आने का अर्थ है कि परमेश्वर का राज्य निकट है।