क्रूसीकरण

ख्रीष्ट के छुटकारे के कार्य की पराकाष्ठा तब घटित हुई थी जब यीशु को क्रूस पर चढ़ा दिया गया था और उसने हमारे लिए निर्धारित दण्ड को उठा लिया। उसका क्रूस पर चढ़ाया जाना प्रायश्चित का कार्य था, जिससे परमेश्वर का न्याय सन्तुष्ट हो गया। इस उपदेश में डॉ. आर. सी. स्प्रोल बताते हैं कि क्रूस पर क्या हुआ था, कैसे ख्रीष्ट हमारे पाप का प्रायश्चित और हमारा मुक्तिदाता दोनों ही था।