भीतरी कराहना

सभी मसीही अपने जीवन में पूर्ण स्थायी बहाली की प्रतिज्ञा और पाप के साथ संघर्ष की वर्तमान अवस्था के बीच तनाव का सामना करते हैं। फिर भी, यह स्मरण रखना महत्वपूर्ण है कि यदि हमें अकेला और असहाय छोड़ दिया जाए, तो हमारी ओर से कोई संघर्ष नहीं होगा, हम केवल असफल ही होंगे। परमेश्वर के अनुग्रह से, पवित्र आत्मा हमारी ओर से हमें ख्रीष्ट के स्वरूप में रूपान्तरित होने और हमारी नैतिक दुर्बलताओं में हमारी सहायता करने के लिए कार्य करता है। इसके अतिरिक्त, वह थोड़े-थोड़े अन्तराल पर आता-जाता नहीं रहता है परन्तु इसके विपरीत, जैसे आत्मा यीशु में वास करता है, वैसे ही वह हम में स्थायी रूप से वास करता है, और उसे हमारे बोझ को उठाकर संतुष्टि मिलती है।