त्रिएकता की सहभागिता

सहभागिता मसीहियों और गैर मसीहियों के जीवन में समान रूप से एक बड़ी भूमिका निभाती है। ऐसे मित्रों और प्रियजनों का होना अद्भुत होता है जिनके साथ आप बिना भय, तिरस्कार और विरोध के अपने मन की भीतरी हलचल को प्रकट कर सकते हैं। हमें उन प्रियजनों के सामने अपनी बातें या अपनी भावनाओं को समझाने की आवश्यकता नहीं पड़ती। वे हमें वैसे ही जानते हैं जैसा कि हम उन्हें जानते हैं। पिता, पुत्र और आत्मा इस पारस्परिक प्रेम, खुलेपन और आराधना का अनुभव इसी प्रकार से करते हैं जिसे समझाया या दोहराया नहीं जा सकता। जब यीशु आत्मा में आनन्दित हुआ, तो उसने अपने साथी, पवित्र आत्मा के कार्य पर आश्चर्य किया था, जिसने पिता के उद्देश्यों को पूरा करने का प्रयास किया जिससे कि उद्धारकर्ता, जिसका उसने उसके जीवन भर पालन-पोषण और रक्षा की थी, उस आनन्द को प्राप्त कर सके जिसे पिता ने आदि से उसके लिए ठहराया था।