स्वर्गीय सहायक

यीशु के साथ चलने, बैठने और भोजन करने के विचार से मसीहियों को बड़ा आनन्द मिलता है, और उसकी शारीरिक अनुपस्थिति हमारे भीतर उसकी उपस्थिति में रहने की इच्छा को उत्पन्न करती है। जिस प्रकार यह विचार और इच्छा अद्भुत है उसी प्रकार हमें इस सच्चाई को अनदेखा नहीं करना चाहिए कि यीशु ने एक और सहायक को भेजा है। अर्थात् पवित्र आत्मा, शान्ति देने वाला, शिक्षक, सहायक, और गृहस्वामी, जो परमेश्वर के लोगों के भीतर वास करता है और ख्रीष्ट की भरपूरी से उनके मनों को प्रकाशमान करता है। अब हम ख्रीष्ट को स्पष्ट रूप से देखते हैं क्योंकि उसका साथी, उसका आत्मा, हमारे भीतर रहता है।