हो चुका और अभी तक नहीं - लिग्निएर मिनिस्ट्रीज़
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हो चुका और अभी तक नहीं

सम्पादक की टिप्पणी: यह टेबलटॉक पत्रिका श्रंखला का पहला अध्याय है: दो जगत के मध्य

यह संसार हमारा घर नहीं है, परन्तु यह होगा। हम इस दुखी संसार में अपने दिन जीते हैं नए आकाश और नयी पृथ्वी की उत्सुकतापूर्वक प्रतीक्षा में, प्रतिदिन इस प्रतिज्ञा पर निर्भर रहते हुए 

देखो, परमेश्वर का डेरा मनुष्यों के बीच में है, वह उनके मध्य निवास करेगा। वे उसके लोग होंगे तथा परमेश्वर स्वयं उनके मध्यरहेगा, और वह उनकी आंखों से सब आँसू पोंछ डालेगा; फिर न कोई मृत्यु रहेगी न कोई शोक,न विलाप और न पीड़ा रहेगी। पहिली बातें बीत गयी हैं। (प्रकाशितवाक्य 21:3-4)

हम अपने घर की यात्रा में यात्री (pilgrims) हैं, और हम उस स्थान के लिए गृहातुर हैं जहाँ हम कभी नहीं गए। हम एक विचित्र भूमि पर परदेशी, विदेशी, और प्रवासी हैं जिनकी नागरिकता स्वर्ग में उसमें सुरक्षित है जो हमसे पूर्व गया है, और जो पिता के दाहिने हाथ बैठा है, और जो न्याय करने, विजय प्राप्त करने, और सम्पूर्णता तक पहुँचाने के लिए आएगा।

इस संसार में हमें क्लेश होगा, परन्तु “साहस रखो,” यीशु ने कहा—इसलिए नहीं कि हम अन्ततः संसार को जीत लेंगे, संसार को पूर्ण रूप से परिवर्तित कर देंगे, संसार के अभ्यस्त हो जाएंगे, या संसार से प्रेम करने लगेंगे—परन्तु इसलिए क्योंकि यीशु ने कहा, “मैंने संसार को जीत लिया है” (यूहन्ना 16:33)। और इसलिए, हम प्रतीक्षा करते हैं हो चुका और अभी तक नहीं  के बीच, जो हमारे प्रभु ने घोषित किया है वह पहले से ही सत्य है और जो अभी तक प्रकट नहीं हुआ है के बीच में। यद्यपि, हमारी प्रतीक्षा व्यर्थ में नहीं है, न ही यह निष्क्रिय प्रतीक्षा या एकाकी प्रतीक्षा है। वरन्, हम अपने दूल्हे की प्रतीक्षा करते हैं ताकि वह प्रत्येक कुल, भाषा से, और जाति से अपनी दुल्हन को अपनी महिमा के लिए इकट्ठा करे। हम आशावान अपेक्षा, परमेश्वर के मिशन में सक्रिय सहभागिता, और समुदाय में यीशु ख्रीष्ट की कलीसिया के साथ प्रतीक्षा करते हैं। क्योंकि ख्रीष्ट संसार की ज्योति है, और हम जो विश्वास के द्वारा—और केवल विश्वास के द्वारा उसके साथ एक हुए हैं—उसमें हैं। उसी प्रकार, जितनी शीघ्रता से ख्रीष्ट हमें अंधकार से बाहर अपनी अद्भुत ज्योति में बुलाता है, वह हमें पुनः देखने वाले संसार के सामने शब्द और कार्य दोनों में प्रकाशमान होने के लिए भेजता है। जब संसार हमारे भले कार्यों को देखता है और जब संसार महिमावान सुसमाचार की हमारी घोषणा को सुनता है, तब संसार भर में ख्रीष्ट की चुनी हुई दुल्हन स्वर्ग में हमारे पिता की महिमा करेगी।  यद्यपि संसार से पूर्ण  रूप से हट जाना आकर्षक प्रतीत होता है. प्रभु कभी हमें वह विकल्प नहीं देता (1 कुरिन्थियों 5:9-10)। वरन्, जब हम इस पाप के संसार में और पाप के इन शरीरों में रहते हैं, तब हम प्रतिज्ञा की गयी भूमि की यात्रा पर ख्रीष्ट के राजदूत हैं। जब हम यात्री अपने घर पहुँचेंगे, यीशु हमारी आँखों से हर एक आँसू पोंछ डालेगा—केवल दुख के आँसू नहीं, परन्तु आनन्द के आँसू भी—क्योंकि अन्यथा हम कभी उसे आमने-सामने देखने के लिए सक्षम नहीं होंगे क्योंकि हम सदैव उसकी उपस्थिति में  उसकी आराधना करेंगे।

यह लेख मूलतः टेबलटॉक पत्रिका में प्रकाशित किया गया

बर्क पार्सन्स
बर्क पार्सन्स
डॉ. बर्क पार्सन्स टेबलटॉक पत्रिका के सम्पादक हैं और सैनफोर्ड फ्ला. में सेंट ऐंड्रूज़ चैपल के वरिष्ठ पास्टर के रूप में सेवा करते हैं। वे अश्योर्ड बाई गॉड : लिविंग इन द फुलनेस ऑफ गॉड्स ग्रेस के सम्पादक हैं। वे ट्विटर पर हैं @BurkParsons.