लेख
19 जुलाई 2025
द्वारा आर.सी. स्प्रोल — 19 जुलाई 2025
यीशु के दृष्टान्त नामक शृंखला में अपने उपदेश के इस अंश में, आर. सी. स्प्रोल हमें याद दिलाए हैं कि सच्ची क्षमा कैसी दिखती है।
17 जुलाई 2025
द्वारा जेरेमी-वाकर — 17 जुलाई 2025
कल्पना कीजिए समुद्री आँधी में डूबते हुए किसी व्यक्ति की, जिस पर एक जीवन-रक्षक-बेल्ट फेंका जाता है। हताश में, वह उसे पकड़ लेता है, उससे चिपक जाता है, उसके भीतर समा जाता है। अन्त में वह उन भयानक लहरों पर तैरने लगता है। परन्तु अभी भी वह भय और सन्देह से भरा हुआ है, वह चिन्तित है कि कहीं जीवन-रक्षक-बेल्ट उसे धोखा न दे दे, और वह गहरे समुद्र में डूब न जाए। कल्पना कीजिए कि फिर वह देखता है कि उस बेल्ट से एक छोटी सी जलरोधक पुस्तिका भी बंधी हुई है।
15 जुलाई 2025
द्वारा जॉन नीलसन — 15 जुलाई 2025
यदि आप युवाओं के बीच में सेवकाई में सम्मिलित रहे हैं, तो आप जानते होंगे कि "धर्मसिद्धान्त के साथ संगोष्ठी" या "आज रात, ईश्वरविज्ञान पर चर्चा" जैसे विज्ञापन देकर भीड़ को आकर्षित करना सरल नहीं हो सकता है। आज के किशोरों और युवा वयस्कों को गहराई से ईश्वरविज्ञान सीखने के अनुशासन में सम्मिलित करना कठिन हो सकता है-विशेषकर इसलिए क्योंकि वे अधिकत्तर मनोरंजन और सोशल मीडिया की उस संस्कृति से प्रभावित होते हैं, जहाँ दो मिनट की क्लिप्स और संक्षिप्त सूचनाओं की भरमार है। यह संस्कृति गहरे और केंद्रित ईश्वरविज्ञानिय विचार के लिए की भूख को बाधित कर सकती है।
लेख
19 जुलाई 2025
द्वारा आर.सी. स्प्रोल — 19 जुलाई 2025
यीशु के दृष्टान्त नामक शृंखला में अपने उपदेश के इस अंश में, आर. सी. स्प्रोल हमें याद दिलाए हैं कि सच्ची क्षमा कैसी दिखती है।
17 जुलाई 2025
द्वारा जेरेमी-वाकर — 17 जुलाई 2025
कल्पना कीजिए समुद्री आँधी में डूबते हुए किसी व्यक्ति की, जिस पर एक जीवन-रक्षक-बेल्ट फेंका जाता है। हताश में, वह उसे पकड़ लेता है, उससे चिपक जाता है, उसके भीतर समा जाता है। अन्त में वह उन भयानक लहरों पर तैरने लगता है। परन्तु अभी भी वह भय और सन्देह से भरा हुआ है, वह चिन्तित है कि कहीं जीवन-रक्षक-बेल्ट उसे धोखा न दे दे, और वह गहरे समुद्र में डूब न जाए। कल्पना कीजिए कि फिर वह देखता है कि उस बेल्ट से एक छोटी सी जलरोधक पुस्तिका भी बंधी हुई है।