लेख
24 जून 2025
द्वारा ईयन हैमिल्टन — 24 जून 2025
इस बड़े प्रश्न का सीधा सा उत्तर यह है: यीशु अच्छा चरवाहा है क्योंकि उसने स्वयं कहा कि वह अच्छा चरवाहा है। यूहन्ना के सुसमाचार में, यीशु ने कहा, “अच्छा चरवाहा मैं हूँ” (यूहन्ना 10:11)।
19 जून 2025
द्वारा जोशुआ ओवेन — 19 जून 2025
यूहन्ना 6:48 में, हम यीशु के सात “मैं हूँ” कथनों में से पहले कथन को सुनते हैं। इनमें से छह कथनों में एक विधेय कर्तावाचक सम्मिलित है (यह बताया जाता है कि यीशु क्या है)—रोटी (यूहन्ना 6:48), ज्योति (यूहन्ना 8:12; 9:5), द्वार (यूहन्ना 10:7, 9), अच्छा चरवाहा (यूहन्ना 10:11, 14), पुनरुत्थान और जीवन (यूहन्ना 11:25), मार्ग, सत्य और जीवन (यूहन्ना 14:6)—जो हमें यीशु के व्यक्ति और कार्य के विषय में बहुत कुछ बताता है।
17 जून 2025
द्वारा ऐन्ड्रियास जे. कोस्टेनबर्गर — 17 जून 2025
भेदसूचक साहित्य संसार के अन्त समय से सम्बन्धित छवियों और शिक्षाओं को प्रस्तुत करता है, जो बहुधा अत्यधिक प्रतीकात्मक रूप में होती हैं। सोसाइटी ऑफ बिब्लिकल लिटरेचर की शैली परियोजना द्वारा विकसित एक मानक परिभाषा कहती है कि भेदसूचक साहित्य “यह एक प्रकार का ‘प्रकाशनात्मक साहित्य’ है, जिसमें वर्णनात्मक ढाँचे के भीतर एक अलौकिक प्राणी के द्वारा किसी मानव प्राप्तकर्ता को एक ऐसे रहस्य का प्रकाशन दिया जाता है जो पारलौकिक वास्तविकता का खुलासा करता है।”
लेख
24 जून 2025
द्वारा ईयन हैमिल्टन — 24 जून 2025
इस बड़े प्रश्न का सीधा सा उत्तर यह है: यीशु अच्छा चरवाहा है क्योंकि उसने स्वयं कहा कि वह अच्छा चरवाहा है। यूहन्ना के सुसमाचार में, यीशु ने कहा, “अच्छा चरवाहा मैं हूँ” (यूहन्ना 10:11)।
19 जून 2025
द्वारा जोशुआ ओवेन — 19 जून 2025
यूहन्ना 6:48 में, हम यीशु के सात “मैं हूँ” कथनों में से पहले कथन को सुनते हैं। इनमें से छह कथनों में एक विधेय कर्तावाचक सम्मिलित है (यह बताया जाता है कि यीशु क्या है)—रोटी (यूहन्ना 6:48), ज्योति (यूहन्ना 8:12; 9:5), द्वार (यूहन्ना 10:7, 9), अच्छा चरवाहा (यूहन्ना 10:11, 14), पुनरुत्थान और जीवन (यूहन्ना 11:25), मार्ग, सत्य और जीवन (यूहन्ना 14:6)—जो हमें यीशु के व्यक्ति और कार्य के विषय में बहुत कुछ बताता है।