परमेश्वर को जानने में लोगों की सहायता करना - लिग्निएर मिनिस्ट्रीज़
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परमेश्वर को जानने में लोगों की सहायता करना

सम्पादक की टिप्पणी: यह टेबलटॉक पत्रिका श्रंखला का पहला अध्याय है: वर्तमान सर्वदा के लिए महत्व रखता है

वर्ष 1971 में, परमेश्वर ने आर.सी. और वेस्टा स्प्रोल का उपयोग लिग्निएर वैली स्टडी सेन्टर की स्थापना करने के लिए किया। पचास वर्ष पूर्व पश्चीमी पेनसिल्वेनिया के ग्रामीण क्षेत्र में एक छोटे शिक्षा केन्द्र के रूप में जो प्रारम्भ हुई, परमेश्वर के अद्भुत अनुग्रह से, संसार भर में लाखों लोगों तक पहुँचने वाली एक चेले बनाने वाली शिक्षण सेवकाई बन गयी है। पच्चीस वर्ष पूर्व जब लिग्निएर सेवकाई से मेरा आमना सामना हुआ, जिस बात ने मुझे सबसे अधिक आश्चर्यचकित किया वह यह थी कि जितनों को मैं जानता था लिग्निएर उसके विपरीत थी। मैंने तुरन्त पहचान लिया कि डॉ. स्प्रोल सुसमाचार के साथ न केवल अविश्ववासियों तक पहुँचने के लिए चिन्तित थे परन्तु वह सुसमाचार के साथ मसीहियों के पास पहुँचने के लिए भी उत्साह से भरे हुए थे। परन्तु वह वहाँ रुके नहीं। उनकी चिन्ता विश्वासियों को विचारशील और स्पष्ट मसीही बनने में सहायता करना था जो न केवल सुसमाचार को जानते थे परन्तु साथ ही परमेश्वर की पूर्ण सम्मति, परमेश्वर के वचन का ईश्वरविज्ञान, उस ईश्वरविज्ञान का इतिहास, और अपने विश्वास की सम्पूर्णता की रक्षा कैसे करनी है इन बातों को भी जानते थे। डॉ. स्प्रोल का प्रबल उत्साह परमेश्वर को जानने में संसार की सहायता और परमेश्वर को जानने में कलीसिया की सहायता करना था—हमारे स्वयं के बनाए परमेश्वर को नहीं परन्तु पवित्रशास्त्र के एकमात्र सम्प्रभु, अनुग्रहकारी, प्रेमी, और पवित्र परमेश्वर को।

अपनी सेवकाई के आरम्भ में, डॉ. स्प्रोल ने इस बात पर ध्यान दिया कि संसार में कई लोग अनन्त की वस्तुओं पर बहुत कम ध्यान देते हुए अपना पूरा जीवन केवल अस्थायी वस्तुओं पर ध्यान केन्द्रित करके जी रहे हैं, जो कि यहीं वर्तमान की हैं। उनकी चिन्ता ने लोगों के परमेश्वर को जानने में सहायता करने के उत्साह को बढ़ावा दिया ताकि परमेश्वर को जानने में वह यह जान सकें कि वास्तव में जीवन में क्या महत्व रखता है। इसके अतिरिक्त, परमेश्वर को जानना हमें यह समझने में सहायता करता है कि हमारा जीवन महत्व रखता है, कि हम जो करते हैं वह महत्व रखता है, और यह कि परमेश्वर को जानना, उससे प्रेम करना, उसकी महिमा करना हमारे जीवनों को अर्थ और उद्देश्य देता है। यह एक कारण है कि डॉ. स्प्रोल इतने उत्साह के साथ पढ़ाते थे। यही कारण है कि हम में से कई उनकी ओर आकर्षित होते थे, क्योंकि हमें विश्वास था कि वह हमारी इतनी चिन्ता करते हैं कि वह हमें परमेश्वर के कठिन सत्यों को सिखाने के इच्छुक थे। डॉ. स्प्रोल नहीं चाहते थे कि हम परमेश्वर के विषय में सतही दृष्टिकोण रखें। वह चाहते थे कि हम परमेश्वर की समझ में बढ़ें ताकि हम जान सकें कि हमारा परमेश्वर कितना अनुग्रहकारी और पवित्र है।

परमेश्वर के वचन के प्रति डॉ. स्प्रोल के उत्साह और समर्पण के कारण, लिग्निएर मिनिस्ट्रीज़ सदैव से मसीहियों के लिए घर रहा है जो इस विषय में गहराई से सोचने से नहीं डरते कि जीवन और अनन्तकाल में सबसे अधिक क्या महत्व रखता है। आर. सी. के लिए, यह कहना कि वर्तमान सर्वदा के लिए महत्व रखता है केवल एक नारा या उनके टेबलटॉक लेख के लिए योग्य नाम ही नहीं था। वह वास्तव में इस पर विश्वास करते थे,और उन्होंने अपना जीवन हमें इस पर विश्वास करने में सहायता करने के लिए जीया। लिग्निएर में, हम भी इस पर विश्वास करते हैं, और परमेश्वर को जानने में लोगों की सहायता करने और सर्वदा उसकी महिमा करने के द्वारा परमेश्वर की सेवा करने के लिए ही विद्यमान हैं।

यह लेख मूलतः टेबलटॉक पत्रिका में प्रकाशित किया गया
बर्क पार्सन्स
बर्क पार्सन्स
डॉ. बर्क पार्सन्स टेबलटॉक पत्रिका के सम्पादक हैं और सैनफोर्ड फ्ला. में सेंट ऐंड्रूज़ चैपल के वरिष्ठ पास्टर के रूप में सेवा करते हैं। वे अश्योर्ड बाई गॉड : लिविंग इन द फुलनेस ऑफ गॉड्स ग्रेस के सम्पादक हैं। वे ट्विटर पर हैं @BurkParsons.