दोहरा उपचार - लिग्निएर मिनिस्ट्रीज़
संघीय प्रमुखतावाद
26 मई 2021
छुटकारा लागू किया गया
28 मई 2021
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दोहरा उपचार

सम्पादक की टिप्पणी: यह टेबलटॉक पत्रिका श्रंखला का तीसरा अध्याय है: ख्रीष्ट वरन क्रूस पर चढ़ाए गए ख्रीष्ट

ऑगस्टस टॉपलेडी के अठारहवीं शताब्दी के भजन “रॉक ऑफ एजस ” (युगों की चट्टान) कविता के दो पंक्तियां यह वर्णन करती है कि ख्रीष्ट का प्रायश्चित ख्रीष्टीय के जीवन में क्या लाता है: “पाप का दोहरा उपचार करो, मुझे इसके दोष और सामर्थ्य से बचाओ।” एक अन्य चट्टान प्रेरित पतरस (पेट्रॉस  का अर्थ “पत्थर” है) के जीवन तथा उसकी शिक्षा पर एक दृष्टि, इन हृदयस्पर्शी पंक्तियों के अर्थ में अन्तदृष्टि प्रदान करेगा।

पुरुष पतरस
सुसमाचारों में पतरस का जो चित्रण हमारे पास है, वह एक शिष्य का है, जो अपने ही मार्ग से नहीं निकल पाता था। वह कभी-कभी ढीठाई के साथ अतिविश्वासी था (मत्ती 16:22;17:3-4; मरकुस 14:29) और प्रभु के सम्मान के लिए उत्साही था। अपने सबसे निकृष्टतम समय में, वह ख्रीष्ट का इनकार करने वाला था (यूहन्ना 18:15-18, 25-27)। 

सुसमाचारों और उसके पत्रियों के बीच, एक परिवर्तन है। यूहन्ना 21:15-19 में पतरस के पुनर्स्थापन के बाद, वह आरम्भिक कलीसिया के साथ दृढ़ता से  ख्रीष्ट की साक्षी देते हुए सामने आता है। इससे अधिक, अपनी पत्रियों में, वह अब गड़बड़ाने वाला प्रेरित नहीं है—वह एक परिपक्व विश्वासी है जो अन्य विश्वासियों को परिपक्वता के लिए बुला रहा है।

कौन सी सामर्थ्य ने उसके जीवन में कार्य किया जिससे इस प्रकार का परिवर्तन हुआ? अवश्य, हम पवित्र आत्मा की ओर इंगित कर सकते हैं ऐसे बीज बोने के लिए जो पतरस के व्यक्तित्व में दिखाई देने वाले फल उत्पन्न करते हैं। परन्तु एक ऐसा वस्तुनिष्ठ मापदण्ड है जिसकी ओर हम इंगित कर सकते हैं, जिसकी ओर स्वयं पतरस ने भी इंगित किया: ख्रीष्ट का लहू।

पतरस का सन्देश
जैसे पतरस अपनी पहली पत्री का आरम्भ करता है, वह ख्रीष्टियों के एक विविधतापूर्ण समूह को सम्बोंधित करता है जो पूरे एशिया माइनर (वर्तमान समय में तुर्की) में फैले हुए हैं और  उनके जीवन में त्रिएक परमेश्वर के कार्य के लिए आनन्द मनाता है: पिता उनको पहले से जानता था, आत्मा उन्हें पवित्र करता है, और यीशु ख्रीष्ट ने अपने लहू को उन पर छिड़क दिया (1:2)।

छिड़के जाने की भाषा पुराने नियम के चित्रण को स्मरण करती है जो लहू को पापों की क्षमा से बांधती है। इनमें से तीन खण्ड हमें क्रूसित ख्रीष्ट के लहू के विषय में पतरस के सन्देश को समझने में सहायता करेंगे। 

लैव्यव्यवस्था 4 मनुष्य के पाप और परमेश्वर के सम्मुख दोष से भरा हुआ है। परन्तु, इसके साथ, यह परमेश्वर के अनुग्रह से भी भरा हुआ है, जिसमें होकर वह पाप बलि के माध्यम से दोष के हटाए जाने के लिए प्रावधान करता है। याजक बछड़े की बलि करता था और उसके लहू को सात बार परमेश्वर के सम्मुख छिड़कता था (पद 6, 17)। इसका परिणाम प्रायश्चित और पापों की क्षमा है।

निर्गमन 12 फिरौन द्वारा परमेश्वर के लोगों को जाने से मना करने के कारण आई विपत्तियों के मध्य होता है। अन्तिम विपत्ति पूरे देश में पहलौठों का मरा जाना है। परमेश्वर के लोगों को इस आतंक से बचने का एकमात्र मार्ग यह है वे दोषरहित मेमने का बलिदान करके उसके लहू को अपने चौखटों पर लगाएं (पद 3-13)। इसका परिणाम: परमेश्वर अपने न्याय में उस घर को “छोड़ दिया” जो लहू से चिन्हित था—क्योंकि भीतर के लोगों के स्थान पर मेमने ने मरकर न्याय का सामना किया था।

निर्गमन 24 एक रक्तरंजित प्रायश्चित की एक सुस्पष्ट चित्रण प्रदान करता है। मूसा प्रभु और उसके चुने हुए लोगों के बीच वाचा की पुष्टि करता है, जिस समय लोग वाचा के वचन को मानने की प्रतिज्ञा करते हैं, और इसके प्रतिउत्तर में उन पर और वेदी पर वाचा के लहू के साथ छिड़का जाता है (पद 8)। यह इस बात का प्रतीक है, कि लोगों के द्वारा आज्ञाकारिता के प्रतिज्ञा के बाद भी, अनाज्ञाकारिकता के लिए एक प्रावधान है —प्रायश्चित द्वारा ढांपा जाना।

इन तीनों में से प्रत्येक खण्ड ख्रीष्ट में पूरा होता है। वह हमारा एक बार और सदा के लिए पापबलि है जो हमारे उस दोष को सदा के लिए दूर कर देता है, जो हमारे पाप परमेश्वर के सम्मुख लाता है (इब्रानियों 9:11-12)। वह हमारा स्थानापन्न है (1 पतरस 3:18), वह दोषरहित मेमना जिसके लहू के द्वारा हमारे दोष दूर कर दिए गए हैं ताकि परमेश्वर अपने न्याय के समय हमारे ऊपर से निकल जाए (1 पतरस 1:19)। और अपर्याप्त पाप के घात करने और यीशु ख्रीष्ट के प्रति आज्ञाकारिता का पीछा करने के लिए उसका लहू प्रावधान है। रुचिकर बात यह है कि, 1 पतरस 1:2 “लहू के छिड़के जाने” के साथ “यीशु ख्रीष्ट की आज्ञा पालने” की बात करता है।

तो, जब पतरस “लहू से छिड़के जाने” की बात कहता है” वह ख्रीष्टियों को कह रहा है कि उनके दोष का अभिलेख उस लहू में ढक दिया गया है। परमेश्वर अब उसे नहीं देखता है, और इसलिए वह अपने न्याय में इसके ऊपर से चला जाता है। ख्रीष्ट के रक्तरंजित घावों से हम “स्वस्थ्य” हुए हैं (1 पतरस 2:24)। यह पहला “उपचार” है जिसके विषय में टॉपलेडी ने हमें गाने के लिए कहता है।

किन्तु, निर्गमन 24 के निहितार्थ ख्रीष्ट के प्रायश्चित के दूसरे “उपचार” की ओर इंगित करना आरम्भ करते हैं: लहू के द्वारा हम ख्रीष्टीय जीवन में पाप के लिए चल रहे प्रावधान को पहचानते हैं जिससे कि हमारे अपराध हमारे विरुद्ध नहीं गिने जाते हैं। वास्तव में, उस लहू के द्वारा हमारे विवेकों के शुद्ध किए जाने के कारण (इब्रानियों 9:14), हमें आज्ञाकारिता का पीछा करने के लिए शक्तिशाली स्वतंत्रता प्रदान की जाती है।

पतरस इस दिशा में इंगित करता है जब वह लिखता है, “उसने स्वयं अपनी ही देह में क्रूस पर हमारे पापों को उठा लिया, जिससे हम पाप के लिए मरें और धार्मिकता के लिए जीवन व्यतीत करें” (1 पतरस 2:24)। क्रूस के प्रायश्चित करने वाले लहू के कारण, हम धार्मिकता का अनुसरण करते हैं। परन्तु हम ऐसा अवास्तविक रीति से नहीं करते हैं, जैसे कि हमें उन पापों के लिए निरन्तर क्षमा की आवश्यकता नहीं है जो ख्रीष्ट के वापस आने तक हमारे जीवन को चिन्हित करेगी। हम भय में होकर ऐसा नहीं करते हैं, मानों हमारे प्रयास हमारी स्वयं की अस्थिर नींव पर बने हों। इसके विपरीत, हम आशा पूर्वक करते हैं, यह जानते हुए कि हम प्रायश्चित के लहू की दृढ़ नींव के आधार पर तथा पवित्र आत्ना के द्वारा सामर्थ्य प्राप्त करके पाप का प्रतिरोध कर सकते हैं। जिस प्रकार निर्गमन 24 में लहू ने परमेश्वर के लोगों को संगठित किया ताकि वे प्रतिज्ञा के देश की ओर अपनी आज्ञाकारी यात्रा का आरम्भ कर सकें, उसी प्रकार से नई वाचा के ख्रीष्ट का लहू हमें क्षमा पाए हुए लोगों के रूप में संगठित करता है जो परमेश्वर की ओर आज्ञाकारी पवित्रता में चलते हैं।

पतरस जानता था कि क्रूसीकरण ने उसके दोष को हटा दिया (1 पतरस 5:1)। वह जानता था कि लहू के सामर्थ्य के द्वारा वह शैतान का “सामना” कर सकता था और आज्ञाकारिता का अनुसरण कर सकता था (पद 9)। लहू से छिड़के जाने के द्वारा, पतरस पाप के प्रति मरता गया और धार्मिकता के लिए जीता गया। परिणाम एक समय ढीठ और अपरिपक्व शिष्य एक पश्चातापी और परिवक्व शिष्य बन गया—जो पाप के दोष और उसकी सामर्थ्य से बचता गया।

यह लेख मूलतः टेबलटॉक पत्रिका में प्रकाशित किया गया।
डी. ब्लेयर स्मिथ
डी. ब्लेयर स्मिथ
डॉ. डी. ब्लैर स्मिथ नॉर्थ कैरोलायना के शार्लट्ट में रिफॉर्म्ड थियोलॉजिकल सेमिनेरी में विधिवत ईश्वरविज्ञान के सहायक प्राध्यापक हैं, और प्रेस्बिटेरिय चर्च इन अमेरिका में एक शिक्षक पास्टर हैं।