धर्म-सुधारवादी होने के लिए साहस
19 अगस्त 2021धन्य हैं वे जो मन के दीन हैं
26 अगस्त 2021धन्य होना
सम्पादक की टिप्पणी: यह टेबलटॉक पत्रिका श्रंखला का पहला अध्याय है: धन्यवाणियाँ
परमेश्वर की आशीष को हल्के में नहीं लेना चाहिए। परन्तु हमारे दिनों में, आशीषों को बिना गम्भीरता और अन्धाधुन्ध रीति से इधर उधर दिया जाता है कि आशीष ने अपने अर्थ को लगभग खो दिया है। लोग धन्य अनुभव करने और एक धन्य दिन या धन्य जीवन होने की बात करते हैं जब सब कुछ अच्छा चल रहा हो और जिस समय कुछ भी गम्भीर उन्हें परेशान नहीं कर रहा हो। हम आशीषों को छींक के बाद, ध्वनि सन्देशों के अन्त में, सोशल मीडिया पोस्ट में हैशटैग के रूप में, और बम्पर स्टीकर पर देखते और सुनते हैं।
संयुक्त राज्य अमेरीका में, “परमेश्वर अमेरीका को अशीषित करे” कथन एक विनम्र निर्भरता की प्रार्थना हुआ करता था, परन्तु अब इसे अक्सर एक अभिमानी, अहंकारी घोषणा के रूप में माना जाता है कि परमेश्वर हमें आशीषित करेगा चाहें एक राष्ट्र के रूप में हम कुछ भी करें। परमेश्वर ने आशीषित किया है, और परमेश्वर अशीषित करता है, और हम प्रार्थना करते हैं कि परमेश्वर आशीषित करे, परन्तु हमें यह स्मरण रखना चाहिए कि उसकी आशीषें गम्भीर बातें हैं, और हमें उन्हे तुच्छ नहीं मानना चाहिए। परमेश्वर अपनी आशीष को गम्भीरता से लेता है, और हमें भी ऐसा ही करना चाहिए। परमेश्वर लोगों को बिना गम्भीरता के आशीष नहीं देता और वह अन्धाधुन्ध आशीष नहीं देता – वह हमारे प्रति अपने दृढ़ वाचा के प्रेम के अनुसार अपने लोगों को आशीष देता है। हर कोई धन्य नहीं है, और परमेश्वर की आशीष को ऐसे ही नहीं मान लिया जाना चाहिए। केवल वे जो परमेश्वर के साथ वाचा में हैं धन्य हैं, और केवल वे जो यीशु ख्रीष्ट द्वारा छुटकारा पाए हैं धन्य हैं, क्योंकि उसने अपने सिद्ध जीवन और प्रतिस्थापनीय प्रायश्चित मृत्यु के द्वारा मांग को पूरा किया है। केवल वे जो विश्वास के द्वारा ख्रीष्ट के साथ एक हुए हैं धन्य हैं। विश्वासी होने के कारण, हम ख्रीष्ट में धन्य हैं क्योंकि ख्रीष्ट ने हमारे लिए पाप के श्राप को ले लिया और हमारे लिए परमेश्वर के क्रोध को सहा। यदि कोई ख्रीष्ट में नहीं है, और कभी ख्रीष्ट पर भरोसा नहीं करता है, वह यह प्रमाणित कर देगा कि वह पहले से ही दोषी है। उसकी प्रकट आशीषें अन्ततः उसके दोषी ठहराए जाने में फल लाएंगी।
यदि हम वास्तव में ख्रीष्ट में हैं, तो हम ख्रीष्ट के फल को उत्पन्न करने के लिए प्रयत्न करेंगे। यदि हम सुसमाचार पर विश्वास करते हैं, तो, हम सुसमाचार के योग्य चलने के लिए प्रयत्न करेंगे। यदि हम में आत्मा है, तो हम आत्मा में चलने के लिए प्रयत्न करेंगे। यदि हम ख्रीष्ट से प्रेम करते हैं, तो हम ख्रीष्ट का अनुसरण और आज्ञाओं को मानने के लिए प्रयत्न करेंगे। यदि हम परमेश्वर से प्रेम करते हैं, तो हम परमेश्वर की आज्ञाओं का पूरा करने के लिए प्रयत्न करेंगे। यदि हम धन्य हैं, तो हम उन विशेषताओं को धारण करने और पीछे चलने के लिए प्रयत्न करेंगे जिनके बारे में यीशु ने धन्य वाणियों में बात करता है, और जब हम उन्हें इस संसार में प्रकट करते हैं, तो हम पर सताव होगा। परन्तु यदि हम आत्म-लीन, स्व-केंद्रित, निष्ठुर, निर्दयी, फूट डालने वाले और अभिमानी हैं,तब हम न केवल धन्य नहीं, पर बचाए भी नहीं गए हैं। परन्तु यदि धन्य वाणियों की मांगें और विशेषताएं हमारे लिए सत्य हैं, तो हम धन्य हैं। हमारे पास आश्वासन हो सकता है कि यीशु हमारा है और हम उसके, और यह कि कुछ भी हमें धन्य होने की वर्तमान या अनन्त की अवस्था से अलग नहीं कर सकता जबकि हम कोरम डेयो, हमारे प्रभु के प्रज्ज्वलित चेहरे के सामने उसके महिमावान मुख के प्रकाश हम पर पड़ने के साथ रहते हैं ।