पवित्र आत्मा अविभाज्य त्रिएकता में तीन हायपोस्टैसिस (व्यक्तियों) में से एक के रूप में उपस्तित्व रखता है। वह सम्पूर्णता से और सुविस्तृत रूप से परमेश्वर है, पिता और पुत्र के साथ एक अस्तित्व में, और सामर्थ्य और महिमा में एक होते हुए। परमेश्वर जो भी करता है, आत्मा करता है, क्योंकि परमेश्वर के सब कार्यों में तीनों व्यक्ति अभिन्न रीति से कार्य करते हैं, चाहे सृष्टि में, दिव्यसंरक्षण में, या उद्धार में।