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धर्मीकरण के विषय में जानने योग्य 5 बातें

परमेश्वर का वचन स्पष्ट रीति से केवल विश्वास के द्वारा धर्मीकरण के बहुमूल्य सिद्धान्त की शिक्षा देता है। सब विश्वास करने वाले “उसके अनुग्रह ही से उस छुटकारे के द्वारा जो ख्रीष्ट यीशु में है, सेंत-मेंत धर्मी ठहराए जाते हैं। उसी को परमेश्वर ने उसके लहू में विश्वास के द्वारा प्रायश्चित्त ठहराकर खुल्लमखुल्ला प्रदर्शित किया” (रोमियों 3:24-25)। जबकि इस सिद्धान्त ईश्वरविज्ञान के दृष्टिकोण से अति महत्वपूर्ण है और इसके विषय में विद्वानों द्वारा गहन अध्ययन किया जा सकता है, यहाँ धर्मीकरण के सिद्धान्त के विषय में पाँच सत्य हैं जिनकी जानकारी परमेश्वर के सभी लोगों को होनी चाहिए।

1. धर्मीकरण अद्भुत सान्त्वना का एक स्रोत है।

पहले, हमें इस सिद्धान्त के अद्भुत सान्त्वना को जानना चाहिए। धर्मीकरण हमें स्मरण दिलाता है कि यीशु ख्रीष्ट ने हमारे उद्धार के लिए आवश्यक सब बातों को पूरा कर दिया है। उसने क्रूस पर अपने बलिदान की मृत्यु द्वारा हमारे पापों के योग्य दण्ड चुकाया। उसने परमेश्वर के न्याय को सन्तुष्ट किया और परमेश्वर के प्रकोप को हम से हटा दिया। यीशु ने परमेश्वर की व्यवस्था के प्रति अपनी सिद्ध आज्ञाकारिता के द्वारा एक सिद्ध जीवन भी जिया। ख्रीष्ट की सन्तुष्टि और उसकी सिद्ध धार्मिकता अनुग्रह के द्वारा विश्वास से हम पर अभ्यारोपित की जाती है। इसलिए, सब विश्वासियों को इस बात में सान्त्वना लेनी चाहिए कि पिता हमें ख्रीष्ट में इस रीति से देखता है मानो हम यीशु के जैसे पापरहित और सिद्ध हैं।

2. धर्मीकरण उच्चतम आशिष लाता है।

दूसरा, हमें धर्मीकरण में हम पर आयी परमेश्वर की उच्चतम आशिष को जानना चाहिए। अनुग्रह के द्वारा विश्वास से, हम परमेश्वर के समक्ष धर्मी और अनन्त जीवन के उत्तराधिकारी हैं। जैसा कि यीशु ने प्रतिज्ञा की, अनन्त जीवन की आशिष हमें अब दे दी गई है: “जो पुत्र पर विश्वास करता है, अनन्त जीवन उसका है” (यूहन्ना 3:36)। अनन्त जीवन जीवन का एक विशेष प्रकार या स्तर है। अनन्त जीवन वह सिद्ध धन्यता है जिसमें हृदय सही रीति से परमेश्वर से प्रेम करते हैं, मस्तिष्क सच्चाई से परमेश्वर को जानते हैं, और इच्छा-शक्तियाँ पूर्ण रीति से परमेश्वर के पीछे चलती हैं। अभी से ही इस नए और अनन्त जीवन का आरम्भ हम में वास करता है। हम उत्तराधिकारी हैं जिन्होंने आत्मिक रीति से अनन्त जीवन को अपने उत्ताधिकार के रूप में अब प्राप्त किया है। और शीघ्र ही एक दिन, जब यीशु महिमा में लौटता है, हम देह और प्राण सहित अनन्त जीवन को पूर्ण रीति से अनुभव करेंगे। यीशु हमें परमेश्वर के साथ संगति का सिद्ध और अविनाशी अनन्त जीवन प्रदान करता है। हमें उस अनन्त जीवन की उच्चतम आशिष का आनन्द उठाना चाहिए जिसे विश्वास द्वारा धर्मी ठहराए गए लोग प्राप्त करते हैं।

3. धर्मीकरण का अर्थ है वर्तमान में परमेश्वर के साथ मेल।

जब हम इन आशिषों पर विचार करते हैं, तो वे हमें धर्मीकरण के विषय में एक तीसरे सत्य की ओर ले जाती हैं: परमेश्वर के साथ हमारा वर्तमान में मेल। ख्रीष्ट में, परमेश्वर के प्रति हमारे सब दायित्व पूरे हो गए। हमारे और परमेश्वर के बीच में कुछ भी अस्पष्टीकृत (unaccounted) नहीं है। परन्तु किसी पापी व्यक्ति के लिए इस मेल/शान्ति की वास्तविकता को ग्रहण करना बहुत कठिन हो सकता है। कैस्पर ओलेवियानस ने, जो हाइडलबर्ग प्रश्नोत्तरी (Heidelberg Catechism) के एक लेखक थे, लिखा था, “पापों की क्षमा पर विश्वास करने से अधिक कठिन कुछ भी नहीं है।” परन्तु यदि हम न विश्वास करें कि हमने वास्तव में क्षमा पाई है, हम विश्वास नहीं करेंगे कि हमारा मेल परमेश्वर के साथ है। डॉ. आर.सी. स्प्रोल ने इस बात को सही व्यक्त किया: “परमेश्वर के अनुग्रह को स्वीकार करना प्रायः कठिन होता है। हमारे मानव अहंकार के कारण हम चाहते हैं कि हम स्वयं अपने पापों का प्रायश्चित्त करें या अति-धार्मिकता के कार्यों के द्वारा परमेश्वर को प्रसन्न करें। हम ऐसे ऋणी हैं जो ऋण चुका नहीं सकते हैं। विश्वास के द्वारा धर्मीकरण का यही अर्थ है।” हम स्वयं के बलिदान और स्वयं की आज्ञाकारिता के द्वारा परमेश्वर के साथ मेल नहीं प्राप्त कर सकते हैं। और हमें प्रयास करने की आवश्यकता नहीं है। ख्रीष्ट ने अपने बलिदान और अपनी आज्ञाकारिता के माध्यम से शान्ति स्थापित किया है। विश्वास हमें बुलाता है कि हम स्वयं को न देखें और केवल ख्रीष्ट के कार्य पर भरोसा रखें। हमारे और परमेश्वर के मध्य जो कुछ भी था—हमारा पाप, दोष, और दण्डाज्ञा—यीशु ख्रीष्ट के छुटकारे के कार्य द्वारा हटा दिए गए हैं। ख्रीष्ट पर विश्वास के द्वारा, अब हमारा मेल परमेश्वर के साथ है (रोमियों 5:1)।

4. धर्मीकरण भविष्य की आशा प्रदान करता है।

परमेश्वर के साथ हमारा मेल हमें एक चौथे सत्य की ओर ले जाता है: हमारे पास भविष्य की आशा है। ख्रीष्ट के कार्य के कारण हमारे पास अब और सर्वदा के लिए परमेश्वर के साथ मेल है। मसीहियों को भविष्य के भय में जीने की आवश्यकता नहीं है, तब भी नहीं जब हम परमेश्वर के सामने अन्तिम न्याय के विषय में सोचते हैं। धर्मीकरण परमेश्वर की ओर से एक बार सदा के लिए घोषणा है कि हम उसकी दृष्टि में धर्मी हैं। परमेश्वर की ओर से इस राजाज्ञा (decree) को न हटाया जा सकता है न निरस्त किया जा सकता है। अन्तिम न्याय भी ख्रीष्ट की प्रतिज्ञा की सत्यता की पुष्टि ही करेगा: “मैं तुमसे सच सच कहता हूँ, जो मेरा वचन सुनकर मेरे भेजने वाले पर विश्वास करता है, अनन्त जीवन उसका है, और उस पर दण्ड की आज्ञा नहीं होती, पर मृत्यु से पार होकर वह जीवन में प्रवेश कर चुका है” (यूहन्ना 5:24)। धर्मीकरण भविष्य के लिए आशा भी प्रदान करता है, विशेषकर जब हम परमेश्वर के न्याय के सिंहासन के समक्ष खड़े होने के विषय में विचार करते हैं।

5. धर्मीकरण परमेश्वर को अनन्त महिमा देता है।

अन्ततः, अब तक विचार की गईं सब बातें धर्मीकरण के सिद्धान्त के विषय में जानने योग्य अन्तिम और सर्वोत्तम बात की ओर ले जाती हैं। यह केवल परमेश्वर को अनन्त महिमा देता है। सारी महिमा परमेश्वर की है क्योंकि हमारे उद्धार के लिए अनादिकाल से अनन्तकाल तक परमेश्वर ही सब कुछ करता है। पिता ने अनादिकाल से अपने लोगों से अपने अनन्त प्रेम से प्रेम किया। इस अनन्त प्रेम में होकर उसने अपने लोगों को उनके पापों से बचाने के लिए अपने पुत्र को इस जगत में भेज दिया। यीशु ख्रीष्ट स्वेच्छा से इस जगत में आया और उसने अपने जीवन, मृत्यु, और पुनरुत्थान के द्वारा हमारे उद्धार को पूरा किया। पिता और पुत्र दोनों पवित्र आत्मा को भेजते हैं, जो कि अपने वचन के द्वारा हम में विश्वास उत्पन्न करता है। हमारा विश्वास उसका अनुग्रहकारी उपकार है, जिसके द्वारा हमारा धर्मीकरण होता है। पवित्र आत्मा हममें सर्वदा के लिए निवास करता है, यीशु से हमारा मिलन कराता है और हमें ख्रीष्ट के लाभों का सहभागी बनाता है। धर्मीकरण का सिद्धान्त हमारी सहायता करता है कि हम उस त्रिएक परमेश्वर की महिमा करें जो स्वयं वह सब कुछ करता है जो उसके सामने हमें धर्मी बनाने के लिए आवश्यक है। परमेश्वर हमारी सहायता करे कि धर्मीकरण के बहुमूल्य सिद्धान्त पर मनन सर्वदा हमारे उद्धारकर्ता परमेश्वर की स्तुति और महिमा करने में सहायता करे।

यह लेख मूलतः लिग्निएर मिनिस्ट्रीज़ ब्लॉग में प्रकाशित किया गया।

विलियम सी. गॉडफ्री
विलियम सी. गॉडफ्री
रेव्ह. विलियम सी. गॉडफ्री सैंटी, कैलिफ़ोर्निया में क्राइस्ट यूनाइटेड रिफॉर्म्ड चर्च के पास्टर हैं।