सेनाओं का यहोवा - लिग्निएर मिनिस्ट्रीज़ %
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30 मई 2023
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6 जून 2023
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सेनाओं का यहोवा

“छोटे लोग उसके हैं; वे निर्बल हैं, परन्तु वह बलवन्त है।” लगभग सब कुछ जो हमें अपने आत्मिक जीवन के विषय में जानने की आवश्यकता है वह इस छोटे से वाक्य में समाया हुआ है। शारीरिक रूप से भंगुर और आत्मिक रूप से शक्तिहीन विश्वासी उसके हैं जो शक्तिशाली है। हमारे शत्रु—अर्थात् शैतान, संसार, और हमारा शरीर—सर्वशक्तिमान प्रभु परमेश्वर के सम्मुख टिक नहीं सकते हैं (प्रकाशितवाक्य 18:8)।

यही विचार इससे एक और छोटे वाक्यांश में सन्निहित है जो पवित्रशास्त्र में लगभग 250 बार पाया जाता है: याहवे सबाओथ, जिसका सामान्यतः “सेनाओं का यहोवा” के रूप में अनुवाद किया जाता है।

यहाँ यह समस्या है: हम परमेश्वर के इस शीर्षक को अनदेखा कर सकते हैं क्योंकि इसका हिन्दी अनुवाद इसकी मूल इब्रानी भाषा के जैसा विस्मयकारी नहीं है। हमारे लिए, एक “सेना” एक “झुण्ड” हो सकता है या एक मनोरंजनकर्ता का वर्णन कर सकता है। परन्तु इब्रानी भाषा में, “सेना” शब्द इससे कहीं अधिक प्रतापमय है।

इस शब्द का अर्थ हमारे परमेश्वर के विषय में तीन शक्तिशाली सत्यों को बताता है।

सेनाओं का यहोवा सेनाओं का परमेश्वर है। यह ईश्वरीय शीर्षक नियमित रूप से युद्ध के सन्दर्भ में दिखाई देता है। दाऊद ने आक्रमणकारी पलिश्तियों को अकेले ही निकाल बाहर नहीं कर दिया था; “सेनाओं के यहोवा” ने विजय दिलाई थी (2 शमूएल 5:10; 6:2)। “प्रतापी राजा” “यहोवा जो सामर्थी और शक्तिशाली है, यहोवा, जो युद्ध में पराक्रमी है . . . सेनाओं का यहोवा” है (भजन 24:8,10)। परमेश्वर वह योद्धा है जो स्वर्ग की सेनाओं को हमारे सबसे दुष्ट शत्रुओं के विरुद्ध आज्ञा देता है।

सेनाओं का यहोवा स्वर्गदूतों का परमेश्वर है। स्वर्गदूत जो ऊँचे उठाए गए प्रभु के आसपास रहते हैं एक दूसरे से पुकार कर कहते हैं, “सेनाओं का यहोवा पवित्र, पवित्र, पवित्र है! सम्पूर्ण पृथ्वी उसके तेज से भरपूर है!” (यशायाह 6:3)। जब यीशु पृथ्वी पर पिता की महिमा में आएगा, तो स्वर्गदूत उसके साथ होंगे (मत्ती 16:27)। इसी बीच में, वे सेवा करने वाली आत्माएँ हैं जो परमेश्वर ने उसकी सन्तानों की सहायता के लिए भेजा है (इब्रानीयों 1:14)।

सेनाओं का यहोवा सर्वशक्तिमान परमेश्वर है। पुराने नियम का एक यूनानी अनुवाद, सर्व-शक्तिमान याहवे सबाथ की शक्ति पर बल देता है। उन झूठे देवताओं के विपरीत जो “बोल नहीं सकते” (यिर्मयाह 10:5), जब सेनाओं का यहोवा “बोल उठा, पृथ्वी पिघल गई” (भजन 46:6; यिर्मयाह 10:13 देखें)। सर्वशक्तिमान परमेश्वर “याकूब का निज भाग” भी है. . . और “इस्राइल उसकी मीरास का गोत्र और सेनाओं का यहोवा उसका नाम है” (यिर्मयाह 10:16)।

हरमन बाविंक ने सेनाओं के यहोवा को “अपनी महिमा की परिपूर्णता में राजा कहा है जो स्वर्गदूतों की सेना से घिरा हुआ है, सर्वशक्तिमान के रूप में सम्पूर्ण संसार पर शासन करता है, और अपने मन्दिर में अपने सभी प्राणियों का सम्मान और जयजयकार प्राप्त करता है।”

“सेनाओं का यहोवा” हमें कई रीतियों से स्मरण कराता है कि परमेश्वर अपने प्रिय लोगों की चिन्ता करता है।

सेनाओं का यहोवा चुने हुओं की रक्षा करता है। उद्धार कभी भी “चाहने वाले पर और दौड़-धूप करने वाले” पर निर्भर नहीं है (रोमियों 9:16), परन्तु सेनाओं के यहोवा की दया पर निर्भर है, जिसने कुछ को बचा लिया है (यशायाह 1:9; रोमियों 9:29)। भजन 46 से प्रेरित होकर, मार्टिन लूथर ने यीशु के लिए इस शीर्षक का उपयोग किया। हमारे असफल प्रयासों के बाद भी परमेश्वर ने हमारा साथ देने के लिए किसको चुना? “ख्रीष्ट यीशु, यह वह है, उसका नाम प्रभु सबाओथ है, युगों-युगों से वह एकसा है, और वह युद्ध अवश्य जीतेगा।”

सेनाओं का यहोवा अन्याय का विरोध करता है। विश्वास करें कि असहाय पीड़ितों की पुकार सदैव “सेनाओं के प्रभु के कानों” तक पहुँचती है (याकूब 5:4)। अधर्मी लोग गुप्त में पाप करने का प्रयास करते हैं। परन्तु सेनाओं के यहोवा को धोखा नहीं दिया जा सकता और वह हर अपराध का समाधान करेगा। प्रतिशोध लेना अनावश्यक है—परमेश्वर बदला लेगा (रोमियों 12:19)।

सेनाओं का यहोवा शान्ति स्थापित करता है। विश्व इतिहास अनवरत युद्ध की एक कथा है। सेनाओं के यहोवा के अतिरिक्त कोई नेता स्थायी शान्ति की आज्ञा नहीं दे सकता है। “वह पृथ्वी के छोर तक लड़ाइयों का अन्त कर देता है” (भजन 46:9)। परमेश्वर विश्वासियों को अब वास्तविक शान्ति से आशीषित करता है और हमें उस दिन की आशा रखना सिखाता है जब यह गीत पूर्ण रूप से संपादित हो जाएगा: “परमेश्वर बोलता है और सब शान्ति हो जाती है, राष्ट्र युद्ध से समाप्त करना रोक देते हैं; सेनाओं का यहोवा निकट है।”

हमें विश्वास की अच्छी कुश्ती लड़नी चाहिए (1 तीमुथियुस 6:12)। परन्तु कभी-कभी हम भाग जाते हैं (प्रेरितों के काम 15:38), अनुचित हथियारों का उपयोग करते हैं (2 कुरिन्थियों 10:4) या हवाई मुक्केबाज़ी करते हैं (1 कुरिन्थियों 9:26)। सेनाओं का यहोवा वह योद्धा है जिसकी हमें अपनी ओर आवश्यकता है। इसलिए यह पुराना भजन हर किसी के लिए है जो जानता है वह छोटा है किन्तु विश्वास करता है कि परमेश्वर बड़ा है। “यीशु मुझसे तब भी प्रेम करता है, जब मैं बहुत निर्बल और रोगी हूँ; ऊँचे पर अपने प्रकाशमान सिंहासन से मुझे देखने आता है कि मैं कहाँ लेटा हूँ।” सेनाओं का यहोवा देखता है। वह सुनता है। वह जानता है। और वह कार्य करता है। भले ही जो कुछ भी विफल हो जाए, “सेनाओं का यहोवा हमारे साथ है, याकूब का परमेश्वर हमारा दृढ़ गढ़ है” (भजन 46:7)।

यह लेख मूलतः लिग्निएर मिनिस्ट्रीज़ ब्लॉग में प्रकाशित किया गया।

विलियम बोएकेस्टीन
विलियम बोएकेस्टीन
रेव्ह. विलियम बोएकेस्टीन कलामाज़ू, मिशिगन में इमानुएल फैलोशिप चर्च में पास्टर हैं। वे द फ्यूचर ऑफ एवेरीथिंग समेत, कई पुस्तकों के लेखक हैं।