4 अप्रैल 2021
जब यीशु ने सबसे पहले शमौन पतरस और उसके भाई अन्द्रियास को अपनी सेवा में बुलाया, तब उनके लिए उसकी आज्ञा थी कि, “मेरे पीछे आओ।” उस समय से, यीशु के पीछे चलने वालों को या उसका अनुसरण करने वालों को “शिष्य,” “विद्यार्थी,” या “अनुयायी” कहा गया।