मैट स्मेथर्स्ट - लिग्निएर मिनिस्ट्रीज़

लिग्निएर का ब्लॉग

हम डॉ. आर. सी. स्प्रोल का शिक्षण संघ हैं। हम इसलिए अस्तित्व में हैं ताकि हम जितने अधिक लोगों तक सम्भव हो परमेश्वर की पवित्रता को उसकी सम्पूर्णता में घोषित करें, सिखाएं और रक्षा करें। हमारा कार्य, उत्साह, और उद्देश्य है कि हम लोगों को परमेश्वर के ज्ञान और उसकी पवित्रता में बढ़ने में सहायता करें।

 
31 अगस्त 2021

धन्य हैं वे जो शोक करते हैं

ये बहुमूल्य शब्द यीशु की दूसरी धन्य वाणी—“धन्य हैं वे जो शोक करते हैं,  क्योंकि वे सान्त्वना पाएंगे” (मत्ती 5:4) —यशायाह  61 के सन्दर्भ में कहे गए हैं। नबी एक ऐसे युग की सोच रखता है जहाँ परमेश्वर का कष्ट भोगी सेवक परमेश्वर के बंधुवाई में पड़े लोगों के लिए सान्त्वना ले कर के आएगा: “प्रभु यहोवा का आत्मा मुझ पर है, क्योंकि यहोवा ने मेरा अभिषेक किया है . . . सब शोकितों को शान्ति दूँ” (यशायाह 61:1-2; 40:1 भी देखें)।