22 मई 2025
सर्वप्रथम, हमें बुद्धि साहित्य को इस मान्यता के साथ पढ़ना चाहिए कि पापियों के लिए “अपनी दृष्टि में बुद्धिमान” बनना कितना सरल होता है। नीतिवचन की पुस्तक अधिकाँशतः इस गम्भीर समस्या के विषय में बात करती है (नीतिवचन 3:7; 12:15; 26:5; 28:11; और यशायाह 5:21)।