आर.सी. स्प्रोल - लिग्निएर मिनिस्ट्रीज़

लिग्निएर का ब्लॉग

हम डॉ. आर. सी. स्प्रोल का शिक्षण संघ हैं। हम इसलिए अस्तित्व में हैं ताकि हम जितने अधिक लोगों तक सम्भव हो परमेश्वर की पवित्रता को उसकी सम्पूर्णता में घोषित करें, सिखाएं और रक्षा करें। हमारा कार्य, उत्साह, और उद्देश्य है कि हम लोगों को परमेश्वर के ज्ञान और उसकी पवित्रता में बढ़ने में सहायता करें।

 
14 फ़रवरी 2023

पश्चात्ताप कैसे दिखता है?

भजन 51 को जो एक पश्चात्तापी भजन है, जो दाऊद द्वारा तब लिखा गया जब नातान नबी ने उसके पाप से उसे चिताया। नातान ने घोषणा की कि बतशेबा को अपनी पत्नी होने के लिए लेने में और उसके पति ऊरिय्याह की हत्या में दाऊद ने परमेश्वर के प्रति घोर पाप किया था।
9 फ़रवरी 2023

यदि परमेश्वर सम्प्रभु है, तो मनुष्य स्वतन्त्र कैसे हैं?

परमेश्वर सर्वाधिक स्वतन्त्र है, अर्थात्, उसकी स्वतन्त्रता असीम है। वह सम्प्रभु है। उसकी सम्प्रभुता के प्रति सबसे अधिक उठाई जाने वाली आपत्ति यह है कि यदि परमेश्वर सच में सम्प्रभु है, तो मनुष्य स्वतन्त्र नहीं हो सकता है। पवित्रशास्त्र हमारी मानव स्थिति का वर्णन करने के लिए स्वतन्त्रता शब्द को दो विशिष्ट रीति से उपयोग करता है:
7 फ़रवरी 2023

धर्मीकरण का साधन कारण

धर्मसुधार के धर्मीकरण के सिद्धान्त को प्रायः सोला फिडे नारे में सारांशित किया जाता है, जिसका अर्थ है “केवल विश्वास के द्वारा।” सोला फिडे वाक्याँश इस शिक्षा के लिए उपयोग किया जाता है कि धर्मीकरण केवल विश्वास के द्वारा है।
2 फ़रवरी 2023

चुनाव-समर्थक: इसका अर्थ क्या है?

चुनाव-समर्थक विचारधारा (pro-choice - इस बात के लिए समर्थन देने वाली विचारधारा कि प्रत्येक स्त्री के पास चुनाव करने की स्वतन्त्रता होनी चाहिए कि वह किसी भी कारण से जब चाहे तब गर्भपात करवा सकती है) का सारतत्त्व क्या है?
31 जनवरी 2023

यीशु ख्रीष्ट: परमेश्वर का मेमना

परमेश्वर का मेमना एक ऐसा विचार है जो सम्पूर्ण छुटकारे के इतिहास में पाया जाता है। इसको उत्पत्ति 22 में देखा जा सकता है, जब परमेश्वर ने अब्राहम से कहा कि मोरिय्याह पर्वत पर जाकर अपने पुत्र इसहाक को बलिदान के रूप में अर्पित करे।
26 जनवरी 2023

जब हम “मानव जीवन की बहुमूल्यता” की बात करते हैं तो हमारा क्या आशय है?

बाइबलीय भाषा में, मानव जीवन की बहुमूल्यता (sanctity of human life) का आधार और जड़ सृष्टि में है। मानवजाति को एक दुर्घटना के रूप में नहीं देखा जाता है, वरन् वह तो अनन्त परमेश्वर द्वारा सावधानी से निर्मित सृष्टि का प्रतिफल है।
24 जनवरी 2023

प्रार्थना का स्थान

मसीही जीवन का लक्ष्य क्या है? उसका लक्ष्य ईश्वरभक्ति है, जो मसीह के प्रति आज्ञापालन से उत्पन्न होती है। आज्ञाकारिता मसीही अनुभव के धन के कोष को खोल देती है।
19 जनवरी 2023

व्यवस्थावाद के 3 प्रकार

क्या आप पर, एक मसीही के रूप में, कभी व्यवस्थावाद का आरोप लगाया गया है? वह शब्द प्रायः मसीही समाज में त्रुटिपूर्वक रीति से उपयोग किया जाता है।
17 जनवरी 2023

पापनिष्कृति और कोपसन्तुष्टि के क्या अर्थ हैं

जब हम प्रायश्चित्त के प्रतिस्थानिक आयाम की बात करते हैं, तो दो बड़े तकनीकी शब्द बार-बार आते हैं: पापनिष्कृति और कोपसन्तुष्टि।