मत्ती में मरकुस के 97 प्रतिशत पद हैं। तो फिर, हमारे पास मरकुस क्यों है, कयोंकि हम केवल मत्ती को ही पढ़ सकते थे? दो प्रतिस्पर्धी विचारधाराएँ उत्तर देते हैं कि या तो मरकुस वृहद मत्ती के सार के रूप में लिखा गया था या फिर मत्ती को बाद में मरकुस के विस्तारण के रूप में लिखा गया।