3 बातें जो आपको एज्रा के विषय में पता होनी चाहिए । - लिग्निएर मिनिस्ट्रीज़ %
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3 Things You Should Know about Ezra

एज्रा की पुस्तक, नहेम्याह की पुस्तक के साथ मिलकर, इस्राएल के लगभग सौ वर्षों के इतिहास को समाहित करती है, 538 ई.पू में कुस्रू के अध्यादेश के समय से, जो यहूदियों को अपने देश यरूशलेम और यहूदा में लौटने की अनुमति देता है, 433-432 ई.पू में नहेम्याह के यरूशलेम लौटने के समय तक। इस सौ वर्ष के समयावधि में घटनाएँ दो मुख्य समायावधि के आस-पास केंद्रित हैं – 538-515 ई.पू (एज्रा 1 – 6) और 458-433 ई.पू (एज्रा 7- नहेम्याह 13)। पहली समयावधि मन्दिर के पुनर्निर्माण पर केन्द्रित है। बाद की समयावधि एज्रा के नेतृत्व में व्यवस्था के द्वारा लोगों के सुधार और नहेम्याह के नेतृत्व में दीवार के पुनर्निर्माण पर केन्द्रित है। ये घटनाएँ परमेश्वर की वाचा की कहानी को आगे बढ़ाती हैं और संसार को प्रतिज्ञात उद्धारकर्ता, यीशु ख्रीष्ट के आगमन के लिए तैयार करती हैं।

जब आप एज्रा की पुस्तक के विषय में सोचते हैं तो, तीन बाते हैं जो आपको पता होनी चाहिए।

1. राजा कुस्रू से भी महान् और अधिक अनुग्रहकारी एक राजा है जिसने परमेश्वर के लोगों के लिए छुटकारे के वर्ष की घोषणा की है।

एज्रा के आरम्भिक अध्यायों में, हम परमेश्वर के लोगों के जीवन में एक ऐसे समय के विषय में देखते हैं जब वे अपने पाप के कारण सत्तरवर्ष के लिए अपनी भूमि से निर्वासित कर दिए गए थे। परन्तु परमेश्वर एक फ़ारसी राजा के हृदय को पिघलाता है कि वह उनको स्वतन्त्र करे और वह अपने लोगों के हृदय को भी पिघलाता है कि वे अपने देश लौटकर परमेश्वर के मन्दिर का पुनर्निर्माण करें जिसे सत्तर वर्ष पहले एक गैर-यहूदी राजा के द्वारा ध्वस्त कर दिया गया था। यह एक अद्भुत कहानी है, जो विपत्ति और वाचा की प्रतिज्ञा से; विनाश और आनन्द; भय और विश्वास; कठिन परिस्थितियाँ और आशा; बाधाएँ और छुटकारा; सताव और उद्धार; काँपना और भरोसा; चिन्ता और आश्चर्य से भरी हुई है।

वही प्रभु जिसने अपने सिद्ध समय में कुस्रू और लौट कर आने वालों के हृदय को पिघलाया उसी ने अपने पुत्र को अपने सिद्ध समय में भेजा “कि दलितों को छुड़ाऊँ और प्रभु के अनुग्रह के समय की उद्घोषणा करूँ”(लूका 4:18-19)। वह आपकी आज कि परिस्थितियों से भी ऊपर है। वह आपको ठीक समय पर ठीक स्थान पर रखता है। आप यह जानते हुए आशा के साथ भविष्य की ओर देख सकते हैं कि वह आप को अपने समीप लाने और अपने महान् नाम को बड़ा करने के लिए आपकी कठिनाईयों को उपयोग कर रहा है। आइए हम ख्रीष्ट में अपनी स्वतन्त्रता का प्रतिउत्तर एक ऐसे हृदय के साथ दें  जो स्वेच्छापूर्वक सेवा और त्यागपूर्ण भेंट की ओर फिरता हो। आइए हम परमेश्वर की आराधना करने और उसकी महिमा के लिए कार्य करने के द्वारा उसके लिए अपने प्रेम को दिखाएँ।

2. पुनर्निर्मित मन्दिर आगे आने वाले सच्चे मन्दिर, यीशु ख्रीष्ट, की एक छाया मात्र थी, और मन्दिर का पुनर्निर्माण करते समय परमेश्वर के लोगों ने जो विरोध का सामना किया वह एक पूर्वानुमान था उस बड़े विरोध का जो ख्रीष्ट अपने जीवन और सेवकाई में सामना करेगा।

एज्रा की पुस्तक परमेश्वर के लोगों को परमेश्वर को अपनी प्रतिज्ञा के प्रति विश्वासयोग्यता को स्मरण दिलाने के द्वारा सान्त्वना देती है। यह परमेश्वर के लोगों को कठिन समय में परमेश्वर के प्रति विश्वासयोग्य बने रहने के लिए चुनौती भी देती है। आँसुओं और निराशाओं के बीच, हम अपने उद्धारकर्ता की ओर देखते हैं जिसने हमारे लिए दुःख सहा, और उसके पद-चिन्हों पर चलते हुए उसकी महिमा में लौटने की प्रतीक्षा करते हैं। एक दिन यह हताशा की घाटी अनन्त आनन्द के पर्वत में परिवर्तित हो जाएगी जहाँ हम उस आने वाले नगर में अपने प्रभु और उद्धारकर्ता की आराधना अनन्तकाल तक करेंगे। विश्वासियों को जब वे परमेश्वर की महिमा के लिए कार्य करते हैं तो उन्हें सताव की अपेक्षा करनी चाहिए तथा निराशा के समयों में परमेश्वर पर निर्भर होना चाहिए। हमें हर्ष के साथ अपने संसाधनों को उनको देना चाहिए जो प्रभु के लिए कार्य कर रहे हैं, हमें ख्रीष्ट के नाम की सेवा करने के लिए परमेश्वर के लोगों के साथ जुड़ना चाहिए, हमें उन सताए जाने वाले विश्वासियों के लिए प्रार्थना करना चाहिए जिनके ऊपर दबाव बनाया गया है कि वे परमेश्वर के राज्य के कार्य को रोक दें, और हमें उन्हें उत्साहित करना चाहिए जो सुसमाचार के कार्य में लगे हुए हैं। 

3. परमेश्वर अपनी महिमा और उद्धार के उद्देश्यों के लिए प्रावधानिक रूप से सब कुछ को संचालित करता है।

निर्वासन से लौटे हुए लोग हतोत्साहित परिस्थितियों के कारण मन्दिर के पुनर्निर्माण का कार्य रोक चुके थे। परन्तु परमेश्वर के नबियों ने उन्हें परमेश्वर का वचन स्मरण दिलाया। चार वर्षों के अन्दर ही परमेश्वर ने प्रावधानिक रूप से वस्तुओं को ऐसे व्यवस्थित किया कि उसका मन्दिर बन कर तैयार हो गया, और आराधना को पुनः स्थापित कर दिया गया। यह एक अद्भुत अनुग्रह, प्रावधान, और आनन्द की कहानी है। यह हमें स्मरण दिलाती है कि जब हम हतोत्साहित होते हैं और प्रलोभित होते हैं कि उस कार्य को छोड़ दें जिसके लिए परमेश्वर ने हमें बुलाया है, तब हमें अवश्य ही सच्चाई के लिए परमेश्वर के वचन की ओर मुड़ना चाहिए, हमें अवश्य ही ख्रीष्ट में विश्राम पाना चाहिए और उसके मार्ग में चलना चाहिए जिससे कि हम आनन्द की परिपूर्णता का अनुभव कर सकें, और हमें परमेश्वर के प्रावधानिक उद्देश्यों पर भरोसा करना चाहिए जो हमारी भलाई के लिए और अपनी महिमा के लिए सारी वस्तुओं को एक साथ इकट्ठा करेगा। हमारे आनन्द की पूर्णता ख्रीष्ट के साथ हमारे मिलन और उसके वचन के प्रति हमारी आज्ञाकारिता से आती है। इसके प्रकाश में, हमें परमेश्वर के राज्य के कार्य में लगे लोगों को वचन और प्रार्थना के द्वारा समर्थन देना चाहिए, हमें परिश्रमपूर्वक उन स्थानों में कार्य करना चाहिए जहाँ परमेश्वर ने हमें बुलाया है, हमें दूसरों को सिखाना चाहिए कि ख्रीष्ट में बने रहने का प्रतिफल आनन्द होता है, और हमें नियमित रूप से सामूहिक आराधना में लगे रहना चाहिए।

एज्रा याजक के यरूशलेम लौट कर आने की यात्रा के सैकड़ों वर्ष पश्चात्, एक और याजक ने भी यरूशलेम की यात्रा पर निकला। परन्तु यह याजक स्वर्ग से पृथ्वी पर आया, जिससे कि वह स्वयं के बलिदान के साथ परमेश्वर के लोगों के उद्धार को सुरक्षित कर सके। क्योंकि क्रूस पर उसका बलिदान सिद्ध और अन्तिम था, आप और मैं भरोसे के साथ अनुग्रह के सिंहासन के पास आ सकते हैं, और साहस के साथ हम अपने परमेश्वर से निवेदन कर सकते हैं कि हमें सुरक्षा दीजिए, हमारे लिए प्रावधान कीजिए, और अपने उद्देश्यों को हमारे लिए पूर्ण कीजिए। एज्रा की पुस्तक हमें प्रोत्साहित करती है कि हम उस भले कार्य को निरन्तर करते रहें जिसके लिए हमारा याजक और राजा ने हमें बुलाया है और साथ ही हम उसके प्रावधानिक तैयारी, सुरक्षा और प्रावधान पर भरोसा रखें।

 यह लेख मूलतः लिग्निएर मिनिस्ट्रीज़ ब्लॉग में प्रकाशित किया गया।

सारा इविल
सारा इविल
सारा इविल (ThM, डलास थियोलॉजिकल सेमिनरी) एक बाइबल शिक्षिका और सम्मेलन वक्ता हैं जो अपने पति और चार बच्चों के साथ मैथ्यूज, उत्तरी कैरोलिना में रहती हैं, और क्राइस्ट कोवेनेंट चर्च (PCA) की सदस्य हैं। वह कई पुस्तकों और बाइबल अध्ययनों की लेखिका हैं, जिनमें द गॉड हू हियर्स और ल्यूक: दैट यू मे हैव सर्टेनिटी कंसर्निंग द फेथ शामिल हैं। To learn more, please visit www.sarahivill.com.