वास्तविकता का सुसमाचार - लिग्निएर मिनिस्ट्रीज़
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वास्तविकता का सुसमाचार

सम्पादक की टिप्पणी: यह टेबलटॉक पत्रिका श्रंखला का दसवा अध्याय है: सुसमाचार

मत्ती, मरकुस, लूका, और यूहन्ना इक्कीसवीं शताब्दी के बहुत से निवासियों (denizens) के लिए पर्याप्त नहीं है। एक अधिक स्वीकार्य यीशु की खोज में, द डा विन्ची कोड  के डैन ब्राऊन जैसे उपन्यासकार, एलेन पैगल्स जैसी नारीवाद मानने वाले ईश्वरविज्ञानी, और मीडिया और पॉप संस्कृति में उनके अनुचर (acolytes) आरम्भिक विधर्मियों के अप्रामाणिक (apocryphal) सुसमाचारों की ओर ध्यान दे रहे हैं। ऐसा कहा जाता है कि इन में एक वैध, आरम्भिक मसीहियत का विकल्प  पाया जाता है, जो कि आज के नारीवाद और नैतिक सहनशीलता का समर्थन कर सकता है। परन्तु नए नियम के सुसमाचारों की तुलना उन शताब्दियों पश्चात् लिखी गयी बातों से करना केवल यह पुष्टि करता है कि ये लेखन इतिहास की कृतियाँ हैं।

क्या आपको कुछ समय पूर्व प्राप्त हुई यहूदा के सुसमाचार  नामक एक प्राचीन हस्तलिपि पर हुआ रोष स्मरण है? मीडिया अनुसार जो लिखित प्रमाण प्राप्त हुए हैं वह यहूदा को एक भले व्यक्ति के रूप में प्रस्तुत करता है जो यीशु से इसलिए पलट गया क्योंकि ऐसा करने के लिए यीशु ने कहा था। रिपोर्टों में ऐसा निहित है कि कलीसिया ने कई शताब्दियों से यह अनुचित पाया, कि यहूदा कोई कुटिल विश्वासघाती नहीं परन्तु एक प्रमुख चेला था जिसे यीशु ने विशेष ज्ञान प्रदान किया था। मीडिया की रिपोर्ट यह दर्शाती थी कि अब हमें यीशु के विषय में अपने ज्ञान का पुनर्मूल्यांकन करना होगा। वह अनुवाद सबसे अधिक बिकने वाली पुस्तक बन गयी और नैशनल ज्योग्राफिक (National Geographic), जो कि उस पाठ्य भाग के प्रकाशन के पीछे था, उसने उस विषय पर एक टी.वी. वृत्त चित्र (TV documentary) का निर्माण किया।

परन्तु क्या आपने शेष कहानी सुनी है? वह मीडिया जिसने यहूदा के सुसमाचार  को प्रचारित किया वह यह रिपोर्ट करने में इतना चौकस नहीं रहा कि कैसे विद्वान इन सभी दृढ़ कथनों को अमान्य घोषित कर रहे हैं, वह भी इस सीमा तक कि उन्होंने नैशनल ज्योग्राफिक पर “विद्वानों के दुष्टाचरण” का आरोप भी लगाया। परन्तु, द क्रॉनिकल ऑफ हायर एजुकेशन  (The Chronicle of Higher Education) ने दिखाया कि कैसे मीडिया संवेदनवाद, पॉप संस्कृति के सतहीपन, और व्यवसायिक प्रलोभनों के द्वारा वास्तविक विद्वता लूट ली गयी।

मीडिया ने हस्तलिपि के इस छोटे विवरण को छोड़ दिया कि यहूदा संसार के पापों से प्रायश्चित करने के लिए यीशु के अनुरोध पर उसकी ओर नहीं फिरा था, अपेक्षाकृत, यहूदा यीशु की सकलस (Saklas) नामक दुष्टात्मा को बलि देने की ओर प्रवृत्त था। इससे स्पष्ट है कि यह एक वैकल्पिक मसीही परम्परा कदापि नहीं है।

परन्तु सबसे बड़ी समस्या यह थी कि हस्तलिपि त्रुटिपूर्वक अनुवादित थी। नैशनल ज्योग्राफिक ने जिसे “आत्मा” (जिसमें यहूदा को “13वीं आत्मा” के रूप में वर्णित किया है) के रूप में अनुवाद किया है उसे “दुष्टात्मा” (जिसमें यहूदा “13वीं दुष्टात्मा” है) के रूप में प्रस्तुत करना चाहिए था। उस सबसे अधिक बिकने वाली पुस्तक ने कहा कि यहूदा को “पवित्र पीढ़ी के लिए पृथक” किया गया है। इसे “पवित्र पीढ़ी से पृथक किया गया है” पढ़ा जाना चाहिए। सम्भवतः सबसे निन्दनीय अशुद्ध अनुवाद एक नकारात्मकता को बता रहा था, जो कि कहता है कि यहूदा का “पवित्र पीढ़ी के पास स्वर्गारोहण होगा।” हस्तलिपि वास्तव में कहती है कि यहूदा का ”पवित्र पीढ़ी के पास स्वर्गारोहण नहीं होगा।”

नैशनल ज्योग्राफिक के अनुवादकों ने पाठ्य भाग को इस प्रकार प्रस्तुत किया कि जो वह वास्तव में कहता है उसका विपरीत पढ़ा जाए। ऐसा प्रतीत होता है कि, गूढ़ज्ञानवादी विधर्मी (Gnostic heretics) जिन्होंने इसे लिखा उन्होंने भी यहूदा को बहुत महत्वपूर्ण नहीं माना था।

परन्तु आज के धार्मिक वातावरण में, किसी भी गूढ़ज्ञानवाद (Gnostic) बात का विशेष आकर्षण होता है। गूढ़ज्ञानवादियों का मानना था कि भौतिक संसार एक मिथ्या है और आत्मा ही है जो महत्व रखती है। इसलिए, शरीर और अपने शरीर के साथ आप क्या करते हैं उसका कोई महत्व नहीं है। आज के ईश्वरविज्ञानियों के लिए, इसका अर्थ है कि कि भले आप एक पुरुष हों या एक स्त्री उससे कोई अन्तर नहीं पड़ता; शरीर के ऐसे शारीरिक विवरण आत्मिक विषयों पर कोई प्रभाव नहीं डालते हैं। इस प्रकार, ऐसी हॉलीवुड की नयी अभिनेत्रियाँ, जिनके स्वच्छ्न्द यौन सम्बन्ध और पदार्थ दुरुपयोग (substance abuse) के विषय में सब लोग जानते हैं, वे बात करती रहती हैं कि वे कितनी “आत्मिक” हैं।

मसीहियत के विधिसम्मत रूप से कहीं दूर—जिससे पहले कि तथाकथित पितृसत्तात्मक पादरी गण ने इसे एक विधर्मता घोषित कर दिया था जिससे कि वे महिलाओं पर अत्याचार कर सकें और अपनी सामर्थ को थोपने के लिए रूढ़िवादी मसीहियत का निर्माण कर सकें—गूढ़ज्ञानवाद मसीहियत के विपरीत के समान अधिक है।

वास्तविक सुसमाचार भिन्नता को रेखान्कित करते हैं। मत्ती, मरकुस, लूका, और यूहन्ना यथार्थवादी इतिहास हैं। वे कविता में नहीं लिखे गए—जैसे कि होमर और वर्जिल के कल्पित वृतान्त थे—परन्तु गद्य में लिखे गए, एक शैली जो कि इतिहास में उपयोग की जाती थी। जैसा कि सी. एस. लूइस का मानना है, यदि सुसमाचार काल्पनिक हैं, तो वह स्वयं में एक चमत्कार होगा, क्योंकि उस प्रकार की यथार्थवादी कल्पित गद्य का आविष्कार सोलह शताब्दियों के लिए नहीं होगा। इसके विपरीत, गूढ़ज्ञानवादी सुसमाचार (Gnostic Gospels)—जैसे मरियम मगदलीनी, फिलिप्पुस, और यहूदा के सुसमाचार—अधिकांश दार्शनिक संवाद है जो प्लेटो के संवाद के प्रतिरूपित हैं। इसके अतिरिक्त, बाइबलीय सुसमाचार वास्तविक, भौतिक संसार से निकलते हैं—चरनी, विवाह, वन के फूल—जिसे गूढ़ज्ञानवादी अस्वीकार करते हैं।

ग्रन्थसंग्रह के सुसमाचार (canonical Gospels) यीशु की एक सामान्य छवि को प्रस्तुत करते हैं। उसका व्यक्तित्व, यद्यपि किसी भी अन्य कल्पनाशील रचना के विपरीत, उन सभी में, यहाँ तक कि सबसे भिन्न रूप से लिखे गए यूहन्ना के सुसमाचार में भी पहचानयोग्य और एक समान है। वह छवि जो गूढ़ज्ञानवादी सुसमाचार (Gnostic Gospels) से प्रकट होती है वह बहुत भिन्न है। संवादों की जटिल भाषा के अतिरिक्त, उनके अनुसार यीशु एक ऐसे शिशु था जो अपनी सामर्थ का दुरुपयोग करता है।

सुसमाचारों के पुनरुत्थान के वर्णन विशेष रूप से बातों को स्पष्ट करते हैं। उनके वृतान्त असम्बन्धित प्रतीत होते हैं। परन्तु उन्हें समीप से देखिए। वे व्यक्ति विशेष के दृष्टिकोण की ओर से हैं, जिससे कि हम मरियम मगदलीनी, पतरस, इम्माऊस को जाने वालों की आँखों से देखें। कहने का तात्पर्य है, वृतान्त प्रत्यक्षदर्शी वर्णन है।

यीशु — जिसका जी उठा शरीर मछली खाता है, घावों से चिन्हित है, और छुआ जा सकता है — वह परमेश्वर का देहधारी पुत्र है जो यातनाओं के कारण मरा और हमें  हमारे पापों से बचाने के लिए पुनः जी उठा। यह एक ऐतिहासिक तथ्य है। उपन्यास और विद्वता जो झूठे सुसमाचार का समर्थन करते हैं, वह शुद्ध रूप से काल्पनिक हैं।

यह लेख मूलतः टेबलटॉक पत्रिका में प्रकाशित किया गया
जीन एडवर्ड वीथ
जीन एडवर्ड वीथ
डॉ. जीन एडवर्ड वीथ पर्ससेलविल, वर्जिनिया में पैट्रिक हेनरी कॉलेज में अध्यक्ष और साहित्य एमेरिटस के प्रोफेसर हैं। वे कई पुस्तकों के लेखक हैं, जिनमें गॉड एट वर्क और रीडिंग बिट्वीन द लाइन्स सम्मिलित हैं।