यीशु का क्या अर्थ था जब उसने कहा कि हम उससे भी महान कार्य करेंगे? - लिग्निएर मिनिस्ट्रीज़
पवित्र आत्मा की सेवा
11 फ़रवरी 2021
ख्रीष्टीय, क्या आप परमेश्वर की व्यवस्था से प्रेम करते हैं?
14 फ़रवरी 2021
पवित्र आत्मा की सेवा
11 फ़रवरी 2021
ख्रीष्टीय, क्या आप परमेश्वर की व्यवस्था से प्रेम करते हैं?
14 फ़रवरी 2021

यीशु का क्या अर्थ था जब उसने कहा कि हम उससे भी महान कार्य करेंगे?

सबसे पहले, उसने यह अपने शिष्यों से कहा, और यदि हमसे कह भी रहा, तो सीधे-सीधे नहीं। वह पहली शताब्दी की कलीसिया से बात कर रहा है, वह कहता है कि उनके कार्य महान होंगे उसके द्वारा किए गए कार्यों से (यूहन्ना 14:12)। मुझे आपको बताने दीजिए कि मेरे विचार से इसका अर्थ क्या नहीं है।

आज बहुत से लोग ऐसे हैं जो विश्वास करते हैं कि अभी इस संसार में ऐसे लोग हैं जो इधर-उधर जाकर यीशु के नाम से महान चमत्कार कर रहे हैं, यीशु से अधिक मात्रा में चमत्कार कर रहे हैं, और वास्तव में स्वयं यीशु ने जितने परमेश्वरीय चंगाई के अद्भुत कार्य किए, उससे भी अधिक अद्भुत कार्य कर रहे हैं। मैं इससे अधिक गम्भीर भ्रम के बारे में नहीं सोच सकता, कि कोई व्यक्ति वास्तव में सोच सकता है कि वह कार्यों में यीशु से आगे निकल गया है। ऐसा कोई भी नहीं है जो यीशु के द्वारा किए गए काम के निकट भी आता हो।

कुछ लोग कहते हैं कि सम्भवतः हम व्यक्तिगत रूप से यीशु के अधिक महान कार्य नहीं कर सकते हैं, किन्तु एक साथ होकर हमारे पास यीशु के द्वारा किए गए कार्यों से अधिक सामर्थ्य है। ख्रीष्ट द्वारा प्रेरितों को दी गई सामर्थ्य के द्वारा हम पहली शताब्दी की कलीसिया में अद्भुत घटनाओं को होते हुए देखते हैं। हम लोगों को मृतकों से जी उठाए जाते हुए देखते हैं पतरस और पौलुस के द्वारा। परन्तु साथ ही मैं लोगों को चुनौती देता हूँ कि नए नियम के अभिलेखों के अनुसार, उन सभी आश्चर्य कर्म को एक साथ जोड़े जिन्हें, पौलुस, पतरस और शेष शिष्यों ने किए, और फिर उन्हें एक साथ रखकर देखें कि क्या वे हमारे प्रभु द्वारा किए गये कार्य की तुलना में अधिक महान हैं? यदि यीशु का अर्थ यह था कि लोग उससे महान आश्चर्यकर्म करेंगे जिनमें अधिक सामर्थ्य और अधिक अद्भुत कार्य होंगे, तब स्पष्ट रूप से भविष्यवाणी एक कार्य है जिसको यीशु करने में असफल रहा, क्योंकि ऐसा कुछ नहीं हुआ। कोई भी यीशु के कार्य से आगे नहीं निकला। यही कारण है जो मुझे यह विश्वास करने की ओर अगुवाई करता है कि उसका अर्थ यह नहीं था। मैं सोचता हूं कि वह एक अलग तरह से “महान” शब्द का उपयोग कर रहा है।

मैंने एक कलीसियाई इतिहासकार को यह कहते हुए सुना कि वह निश्चित था कि जब यीशु ने यह कहा कि “तुम इनसे भी महान कार्य करोगे,” वह पूरे इतिहास में ख्रीष्ट के लोगों और उसकी कलीसिया के प्रभाव के पूरे व्यापकता की बात कर रहा था। मैं जानता हूँ कि बहुत से लोग पश्चिमी सभ्यता के इतिहास को देखते हैं और कहते हैं कि कलीसिया का अधिकतर प्रभाव नकारात्मक रहा है—धर्मयुद्ध (क्रूसेड्स) की अपमानजनक बात, गैलीलियो के साथ की घटनाएं, और पवित्र युद्ध, आदि। यदि आप वास्तविकता को देखें, तो आप पाएंगे कि यह ख्रीष्टिय कलीसिया थी जिसने गुलामी का अन्त कराने, क्रूर रोमी अखाड़े के समाप्ति में, शिक्षा का पूरा विचार, उपकारी अस्पतालों और अनाथालय के विचार, और अन्य मानवपरोपरी कार्यों में बड़ा योगदान किया । मैं सोचता हूँ, व्यक्तिगत रूप से, कि जब यीशु ने उससे महान कार्यों की बात की, तब उसका अर्थ यह था।

यह लेख मूलतः लिग्निएर मिनिस्ट्रीज़ ब्लॉग में प्रकाशित किया गया।

आर.सी. स्प्रोल
आर.सी. स्प्रोल
डॉ. आर.सी. स्प्रोल लिग्नेएर मिनिस्ट्रीज़ के संस्थापक, सैनफर्ड फ्लॉरिडा में सेंट ऐन्ड्रूज़ चैपल के पहले प्रचार और शिक्षण के सेवक, तथा रेफर्मेशन बाइबल कॉलेज के पहले कुलाधिपति थे। वह सौ से अधिक पुस्तकों के लेखक थे, जिसमें द होलीनेस ऑफ गॉड भी सम्मिलित है।