सच्चा धर्मसुधार - लिग्निएर मिनिस्ट्रीज़
धर्मसुधार क्यों आवश्यक था?
20 दिसम्बर 2022
धर्मसुधार क्यों अभी भी महत्व रखता है?
27 दिसम्बर 2022
धर्मसुधार क्यों आवश्यक था?
20 दिसम्बर 2022
धर्मसुधार क्यों अभी भी महत्व रखता है?
27 दिसम्बर 2022

सच्चा धर्मसुधार

जागृति मसीही विश्वास के केन्द्र में है, और यही कारण है कि हम मसीही हैं। जागृति हमारे सम्प्रभु और अनुग्रहकारी परमेश्वर  का एक सामर्थी कार्य है। जब वह हमें जगाता है, वह हमें केवल नींद से ही नहीं जगाता, परन्तु मृत्यु से भी जगाता है। जागृति पुनरुज्जीवन, नया जन्म, और धर्मसुधार का महिमावान कार्य है। जब परमेश्वर हमें जगाता है, वह हमारे हृदय को पुनर्जीवित करता है, हमें नए जन्म का उपहार देता है, और हमें जीवित करता है। वह हमसे कहता है, “जीवित रह!” (यहेजकेल 16:6)। पवित्र आत्मा हमारे अन्दर घुसता है, हम पर विजय प्राप्त करता है, और हमें समझाता है। वह हमारे हठी, स्वयं पर भरोसा करने वाले पत्थर के हृदय को चीर देता है और हमारे मृत हृदयों को नए-जीवित हृदयों से बदल देता है- ऐसे हृदय जो विश्वास करने के ऐच्छिक और सक्षम होते हैं; ऐसे हृदय हमारे पिता के हाथों में नरम और लचीले हैं, ख्रीष्ट में जुड़े हुए और प्रेमपूर्वक दास हैं, और पवित्र आत्मा का जिनमें वास है।

जब परमेश्वर जगाता है, तो वह सदैव जागृति लाता है, चाहे वह एक प्राण की जागृति हो, एक परिवार की जागृति हो, एक समुदाय की जागृति हो, या एक राष्ट्र की जागृति हो। जब परमेश्वर जागृति लाता है, वह सदैव गहरा और कायलता का पश्चाताप लाता है जो विश्वास, पश्चाताप, और आज्ञाकारिता के जीवन की ओर ले जाता है। जब परमेश्वर जागृत करता है, वह सदैव सच्चा और स्थायी धर्मसुधार लाता है-हृदयों, जीवनों, घरों, और कलीसियाओं का धर्मसुधार। यद्यपि, हम जागृति को निर्धारित नहीं कर सकते, और हमें सतही, सूत्रबद्ध योजना पर विचार करने का प्रयास नहीं करना चाहिए। डी. मार्टिन लॉयड-जोन्स  ने कहा, “जागृति को कभी भी विज्ञापित करने की आवश्यकता नहीं होती; यह सदा ही स्वयं को विज्ञापित करती है।“ जागृति केवल तभी होती है जब परमेश्वर इसे ठहराता है। वह अपनी सम्प्रभु योजना के अनुसार जागृति लाता है। वह जागृति वहाँ लाता है जहाँ वह चाहता, जब वह चाहता, और जिसके लिए वह चाहता है, वह भी सब कुछ अपने प्रसन्नता के अनुसार।  

फिर भी, जैसे परमेश्वर जागृति को ठहराता है, वह जागृति के साधनों को भी ठहराता है। परमेश्वर न केवल सम्प्रभु रूप से सभी बातों का अन्त ठहराता है, वह सभी अन्तों के साधनों को भी ठहराता है। और वे साधन जिसे परमेश्वर ने जागृति लाने के लिए ठहराया है वह वही साधारण साधन हैं जिसे उसने पहले से ही हमारी नियमित साप्ताहिक आराधना और अनुग्रह में दैनिक विकास के लिए ठहाराया है। वचन, प्रार्थना, और बपरिस्मा एवं प्रभु भोज की कलीसियाई विधियाँ अनुग्रह के वे साधारण साधन जो परमेश्वर ने हमें दिए हैं। ये वे साधन हैं जिनके माध्यम से पवित्र आत्मा सच्चे हृदय परिवर्तन, सच्ची जागृति, और सच्चे धर्मसुधार लाने के लिए कार्य करता है। परमेश्वर की जागृति की सामर्थ्य हमारी योजनाओं और युक्तियों से सक्रिय नहीं होती हैं, परन्तु पवित्र आत्मा और जागृति के उसके साधारण साधनों से होती है। और हमें उस पर भरोसा करना चाहिए ठीक वही करने के लिए जो उसे करना अच्छा लगता है अपने सम्प्रभु ज्ञान के अनुसार, इस प्रतिज्ञा में विश्राम करते हुए कि उसके मुख का प्रकाश तब हम पर चमकता है जब हम उसके मुख के सम्मुख जीवन जीते हैं, कोरम डेयो (coram Deo)।                  

 

यह लेख मूलतः लिग्निएर मिनिस्ट्रीज़ ब्लॉग में प्रकाशित किया गया।

बर्क पार्सन्स
बर्क पार्सन्स
डॉ. बर्क पार्सन्स टेबलटॉक पत्रिका के सम्पादक हैं और सैनफोर्ड फ्ला. में सेंट ऐंड्रूज़ चैपल के वरिष्ठ पास्टर के रूप में सेवा करते हैं। वे अश्योर्ड बाई गॉड : लिविंग इन द फुलनेस ऑफ गॉड्स ग्रेस के सम्पादक हैं। वे ट्विटर पर हैं @BurkParsons.