1 अक्टूबर 2024
पहला और 2 तीमुथियुस, और साथ में तीतुस भी, पौलुस के “पास्टरीय पत्र” के रूप में जाने जाते हैं। इसका सीधा सा अर्थ है कि प्रेरित के अन्य पत्रों के विपरीत—जो, फिलेमोन के सिवाय, मण्डलियों को लिखे गए थे—ये पत्र स्थानीय कलीसियाओं के पास्टरों को सेवकाई में उनके कर्तव्यों के विषय में लिखे गए थे।