
ईश्वरविज्ञान और प्रतिदिन का जीवन
12 मई 2022
पवित्रशास्त्र की उचित व्याख्या
24 मई 2022लिग्निएर मिनिस्ट्रीज़ का इतिहास

सम्पादक की टिप्पणी: यह टेबलटॉक पत्रिका श्रंखला का सातवां अध्याय है: वर्तमान सर्वदा के लिए महत्व रखता है
पिट्सबर्ग में पॉइंट स्टेट पार्क में ग्रेनाइट स्मारक पर उकेरे हुए शब्द हैं “अन्तर्राष्ट्रीय प्रभाव का स्थान।” इस स्थान ने, जिसका नाम तीन नदियाँ (Three Rivers) है, उपनिवेशी युग में एक निर्णायक भूमिका निभायी। किन्तु 1750 के दशक में, कुछ ही लोगों ने सम्भवतः उस स्थान पर घटित घटनाओं के पूर्ण महत्व का आभास किया था। परन्तु प्रभाव बहुत बड़े थे, और वह शताब्दियों तक बना रहा। अन्तर्राष्ट्रीय प्रभाव का यह स्थान आर. सी. स्प्रोल और वेस्टा (वूर्हिस) स्प्रोल के बचपन के घर से उत्तर-पश्चिम में दस मील की दूरी पर था।
अगस्त 1971 से पूर्व: नींव
आर. सी. के पास अपने अतिप्रिय पिट्सबर्ग की प्रिय स्मृतियाँ थी। इस स्थान ने उन्हें आकार दिया: उनके वहाँ से जाने के दशकों बाद भी आप इसे उनकी उच्चारण शैली में सुन सकते हैं। पिट्सबर्ग न केवल लोहे का शहर (Steel City) था; वह प्रेस्बिटेरियन शहर भी था। परन्तु 1950 और 60 के समय तक, यह अपनी अंगीकार के प्रति समर्पण से रहित एक प्रेस्बिटेरियनवाद था। आर. सी. प्रेस्बिटेरियन कलीसिया, प्रेस्बिटेरियन महाविद्यालय, और प्रेस्बिटेरियन सेमिनरी गए—जिनमें से सब स्पष्टतः उदारवादी थे। इसने आर. सी. को दो मूलभूत अंग (building blocks) दिए। प्रथम, जब उन्होंने अन्ततः सुसमाचार का सत्य सुना, तो उनमें परमेश्वर के अनुग्रह और भलाई के प्रति अत्यधिक आभार था और सुसमाचार के त्रिएक परमेश्वर को जानने, उसकी सेवा करने, और आराधना करने की इच्छा और उत्साह था। आभार और उत्साह उनके पूरे जीवन को चिन्हित करता है; इसने उन्हें और उस सेवकाई को संचालित किया जिसकी उन्होंने स्थापना की। द्वितीय, त्रुटि से घिरे रहने ने उनके विश्वास-रक्षक कौशल को प्रखर किया। आर. सी. एक संचारक थे, वह एक विश्वास रक्षक भी थे। वे लिग्नियर के मिशन की बात प्रायः केवल सत्य को सिखाने और घोषणा करने के लिए नहीं परन्तु सत्य की रक्षा और उसके लिए संघर्ष करने के लिए भी करते थे। आर. सी. झूठी शिक्षा के विनाशकारी प्रभावों को प्रत्यक्ष रूप से जानते थे।
सत्य, भलाई, और सुन्दरता के लिए आर. सी. का प्रेम और उत्साह —और इनके लिए लड़ने के लिए उनकी इच्छा—लिग्निएर मिनिस्ट्रीज़ के लिए नींव के भाग के रूप में कार्य करती है। अन्य भाग सन्देश से सम्बन्धित है। पहली बार से ही जब आर. सी. ने एक मसीही के रूप में बाइबल को पढ़ा, उन्हें यह परिवर्तनकारी आभास हुआ है कि “परमेश्वर ऐसा परमेश्वर है जो बातों को गम्भीरती से लेता है।” जबकि संस्कृति और कलीसिया में बहुत से लोगों ने परमेश्वर जो है कि उसके उथले दृष्टिअकोण को आकर्षक माना, आर. सी. ने यशायाह भविष्यद्वक्ता के समान, परमेश्वर की पवित्रता की प्रकाशमान भव्यता के सम्मुख घुटनें टेक दिए। अपनी सम्पूर्णता में, परमेश्वर की पवित्रता, न केवल लिग्निएर के लिए नींव थी; परन्तु पचास वर्षों में सेवकाई ने जो कुछ भी किया है उस सबमें व्याप्त है, और यह उत्तर का सितारा बना हुआ है।
एक मिशन और एक सन्देश के साथ, नींव को एक और टुकड़े की आवश्यकता है, और वह है श्रोतागण। जब तक वह तीस वर्ष के हुए, आर. सी. सेमिनरी के प्राध्यापक बन कर अपने पेशे के शीर्ष पर पहुँच चुके थे, और वह उससे ऊब चुके थे। इसी बीच वह बड़ों के लिए सण्डे स्कूल की कक्षा सिखाते थे। वहाँ उन्हें ऐसे लोग मिले जो कि परमेश्वर के वचन और उसके सिद्धान्त के टुकड़ों के नहीं परन्तु उसके माँस के भूखे थे। शिक्षक और श्रोताओं ने एक दूसरे को उत्साहित किया। वे जितने भूखे थे, उन्हें पढ़ाने के लिए आर. सी. उतने ही उत्साहित थे, जो कि उनके बार बार वापस आने का कारण बना।
1971-1984
नींव रखी जाने के साथ, परमेश्वर संरचना के निर्माण को आरम्भ करने के लिए दो शक्तियों को एक साथ लाया। एक था आर. सी., वेस्टा, और स्प्रोल परिवार। यह स्मरण रखना महत्वपूर्ण है कि प्रारम्भ से ही आर.सी. और वेस्टा इसमें थे। दूसरी शक्ति थी डोरा हिलमैन, पिट्सबर्ग के उद्योगपति की विधवा। वह पश्चिमी पेन्सिल्वेलिया में लिग्निएर घाटी में रहती थी। उसके घर के पास, बावन एकड़ की सम्पत्ति बिक्री के लिए थी। उसने इसे मोल लिया और इस पर स्प्रोल के लिए एक घर बनाया जिसमें उनका पारिवारिक घर, व्याख्यान कक्ष, विद्यार्थियों के लिए भोजन कक्ष, और लिग्निएर वैली अध्ययन केन्द्र के लिए कार्यालाय थे। आर. सी. व्याख्यान तैयार करते और उसे देते थे, और प्रसिद्ध प्रश्नोत्तर सत्रों “गैबफेस्ट्स” (Gabfests), का आयोजन सोमवार रात्रि करते थे। पुस्तकें लिखी गयीं। ऑडियोकैसेट में शिक्षण श्रंखला रिकॉर्ड की गयी। फिर 1975 में, पहली बार, एक शिक्षण श्रंखला, वीडियो के द्वारा रिकॉर्ड की गई। अपने धूपचश्में और एक 1970 की विशिष्ट पोशाक पहन कर, आर. सी. ने परमेश्वर की पवित्रता (The Holiness of God) के वीडियो रिकॉर्ड किये। उस समय उस प्रकार का कुछ भी नहीं था। उनके पास एक चॉकबोर्ड, एक पाठ-मंच, एक उत्साह, एक सन्देश, और श्रोतागण थे। लिग्निएर वैली अध्ययन केन्द्र (LVSC) में वे प्रारम्भिक वर्ष व्यस्क मसीही शिक्षा का एक पथप्रदर्शक क्षण था।
परन्तु उस समय, आर. सी. और वेस्टा इसके विषय में इस प्रकार से नहीं सोच रहे थे। परमेश्वर ने जो करने की बुलाहट उन्हें दी थी, वे केवल उसके प्रति विश्वासयोग्य और आज्ञाकारी बने हुए थे। जैसे-जैसे वे विश्वासयोग्य थे, परमेश्वर ने अध्ययन केन्द्र को फलदायी रूप से आशीषित किया। बॉब इंग्रम, जिन्होंने बाद में लिग्निएर के अध्यक्ष और टेबलटॉक के सम्पादक (1988-1992) के रूप में सेवा की, अध्ययन केन्द्र में जाना स्मरण करते हैं, जब उनकी गाड़ी अविवाहितों के समूह से भरी रहती थी। उन्होंने संक्षेप में कहा, “अध्ययन केन्द्र में मेरी पीढ़ी को प्रशिक्षित किया।” 1971 से 1984 तक, हज़ारों लोग स्टाह्लस्टाउन में अध्ययन केन्द्र तक पहुँचने के लिए एलेघनी पर्वतों की तलहटी से होते हुए टेड़ी-मेड़ी पीछे की सड़कों से चढ़ना उतरना करते थे। वे प्रश्नों के साथ आते, और आर. सी. और अध्ययन केन्द्र के अन्य शिक्षक परमेश्वर के वचन से उन्हें उत्तर देते। इनसे कई अधिक आर. सी. के उन शिक्षण के माध्यम से सीखाते जिन्हें ऑडियो और विडियो कैसेट से बाहर भेजा जाता था। बहुतों ने प्रथम बार आर.सी. को तब सुना और देखा जब उन्होंने सण्डे स्कूल की कक्षा में कलीसिया में बैठकर टी.वी. देखा।
1984-1994
अगुवों की समिति को शीघ्र ही यह स्पष्ट हो गया कि लिग्निएर रखरखाव के लिए एक बड़े परिसर के बिना अधिक प्रभावी हो सकती है। 1984 में लिग्निएर ऑरलैंडो, फ्लॉरिडा में स्थानान्त्रित हो गयी। ऑरलैंडो ने एक ऐसा स्थान प्रदान किया जहाँ लोग शिक्षण के लिए आ सकते थे और जहाँ से शिक्षा बाहर जा सकती थी। 1988 में, लिग्निएर ने पवित्र परमेश्वर से प्रेम करना (Loving a Holy God) नामक शीर्षक के साथ अपने प्रथम राष्ट्रीय सम्मेलन को आयोजित किया। राष्ट्रीय सम्मेलन निरन्तर लिग्निएर की विद्यार्थियों के लिए वार्षिक पारिवारिक पुनर्मिलन का स्थान और नयी पुस्तकों और शिक्षण श्रृंखलाओं का उद्घाटन करने के लिए लिग्निएर के लिए केन्द्रीय बिन्दु बना हुआ है।
ऑरलैंडो को जाना टेबलटॉक प्रकाशन के सम्बन्ध में एक महत्वपूर्ण विकास के साथ मेल खाता है। 1977 में प्रारम्भ हुआ, टेबलटॉक को 1989 में पुनः रचा और पुनः स्वरूपित किया गया। विषय के अनुसार के लेख और दैनिक भक्तिपूर्ण मनन को प्रस्तुत करते हुए, टेबलटॉक निरन्तर प्रचलन में बढ़ता गया है, अब एक लाख से अधिक प्रतियाँ मासिक रूप से वितरित की जाती हैं। यह परमेश्वर के लोगों को न केवल परमेश्वर का वचन पढ़ने, परन्तु परमेश्वर के वचन के अध्ययन करने के लिए प्रोत्साहित करने हेतु आर. सी. के दर्शन को संपुटित करता है। इस समय में आर. सी. ने दो उत्कृष्ट पुस्तकें प्रकाशित की: 1985 में परमेश्वर की पवित्रता (The Holiness of God), उसके बाद 1986 में परमेश्वर द्वारा चुना गया (Chosen by God) । इन सबके साथ-साथ, शिक्षण श्रृंखलाएँ का निरन्तर निर्माण, रिकॉर्ड, और वितरण होता रहा।
1994-2021
आर. सी. का पहला रेडियो कार्यक्रम, आर. सी. स्प्रोल अध्ययन घण्टा (The R.C. Sproul Study Hour) 1982 में प्रसारित हुआ। 1986 में, आर. सी. से पूछें (Ask R.C.) छह प्रासरण केन्द्रों पर प्रसारित हुआ। यह सब 1994 में अपने मनों को नया करने (Renewing Your Mind) को आरम्भ करने में सहायता कर रहे थे। निस्सन्देहः, प्रारम्भिक कार्यक्रम उनकी श्रृंखला परमेश्वर की पवित्रता पर थी। मसीही रेडियो में अधिकतर उपदेश थे। अपने मनों को नया करने ने शिक्षण कड़ियाँ प्रसारित की। आप आर. सी. द्वारा उपयोग के कारण चॉक की ध्वनि भी सुन सकते थे। वह आपको ऐसा आभास कराते थे कि जैसे आप उनकी कक्षा में बैठे हों, कि वह सीधे आपसे बात कर रहे हों। प्रासरित कार्यक्रमों में इसके जैसा और कुछ भी नहीं था, और शीघ्र ही यह प्रतिदिन यात्रा करने वाले बहुत लोगों के द्वारा सुना जाने वाला कार्यक्रम बन गया। और ऐसा अभी भी है।
अधिक पुस्तकें लिखी गयीं। सम्मेलन ऑरलैंडो, देश भर में, और, अन्ततः विश्व भर में निरन्तर होता रहा। लिग्निएर ने यरूशलेम और धर्मसुधारकों के प्रसिद्ध नगरों में अध्ययन पर्यटन आयोजित करना भी आरम्भ कर दिया। जैसे-जैसे तकनीक विकसित हुई, लिग्निएर ने शिक्षा को संचारित और प्रचारित करने के साधनों का विस्तार किया। शिक्षण वितरित करने के लिए वेबसाइट महत्वपूर्ण और प्रभावी उपकरण बनी हुई है। इसके साथ ही, रेफ्नेट (RefNet), पॉडकास्ट, लिग्निएर कनेक्ट, और लिग्निएर से पूछें (Ask Ligonier) भी हैं। ये सारे पहल, और वे जिनका विकास हो रहा है, अधिक से अधिक लोगों में परमेश्वर की पवित्रता की घोषणा करने में तकनीकी उपकरणों का लाभ उठाते हैं।
जबकि लिग्निएर ने निरन्तर अपनी पहुँच का विस्तार बनाए रखा, 2011 में इसने केन्द्रीय फ्लोरिडा में रिफॉर्मेशन बाइबल कॉलेज के द्वार खोल कर पुनः उसी कार्य में आ गया। कॉलेज के परिसर में लगभग 140 विद्यार्थी थे, जिसके साथ ही एक सौ विद्यार्थी ऑनलाईन पाठ्यक्रम ले रहे थे। लिग्निएर ने अध्यापन सहायक को सम्मिलित करने के लिए 2010 में शिक्षण आधार को भी विस्तारित किया। आर. सी. के शिक्षण सामग्री के विशाल श्रृंखला समूह के साथ, लिग्निएर अध्यापन सहायक और अन्य विश्वसनीय शिक्षकों को लिखने और बोलने के लिए मंच प्रदान करता है। 1971 से, लिग्निएर ने शिक्षकों और विद्यार्थियों को लाने का कार्य किया है।
लिग्निएर ने अंग्रेजी भाषा से अतिरिक्त भी विस्तार किया है और वर्तमान में स्पैनिश, अरबी, फारसी और चीनी भाषा समेत सात भाषाओं में वेबसाईट को संचालित करते हैं। प्रतिदिन इनमें नयी सामग्री जोड़ी जाती है। मार्च 2018 में, लिग्निएर ने पहली बार रेनोवैंडो टू मेंटे (Renovando tu Mente) को प्रसारित किया जो कि अपने मनों को नया करने (Renewing Your Mind) का दैनिक स्पैनिश भाषा संसकरण है। इन प्रयासों में आर. सी. और अन्यों के द्वारा कई पुस्तकों का अनुवाद, और साथ ही साथ रिफॉर्मेशन अध्ययन बाइबल (Reformation Study Bible) के अनुवाद का उत्पादन भी सम्मिलित है। लिग्निएर मिनिस्ट्रीज़, तीन नदियाँ (Three Rivers) के समान, अन्तराष्ट्रीय प्रभाव का स्थान बन गया।
आगे क्या?
जब भी कोई महत्वपूर्ण पहल का आरम्भ हुआ या किसी ऐतिहासिक उप्लब्धि तक पहुँचते, आर. सी. कुछ क्षण के लिए उसका उत्सव मनाते। फिर अपने आस पास के लोगों के पास जाते और पूछते, “आगे क्या?” हम भी निरन्तर इस प्रश्न को पूछते रहते हैं। एक ओर तो इसका उत्तर है कि हम नहीं जानते। हम यह अवश्य जानते हैं कि परमेश्वर आरम्भ से और चुनौतीपूर्ण वर्षों में हमारे प्रति विश्वासयोग्य रहा है। और जब कि हम 2017 के अन्तिम दिनों में आर. सी. की मृत्यु पर शोकित हुए, परमेश्वर ने लिग्निएर को आशीषित किया। इन पिछले तीन वर्षों में, हमने लिग्निएर के इतिहास में सबसे व्यापक पहुँच को देखा है। इन पिछले पचास वर्षों के लिए, हम आभारी हैं। परन्तु ऐसा कभी न हो कि हम अभिमानी हों। लिग्निएर कलीसिया की सेवा करता है, और हम अपने पवित्र परमेश्वर के ईश्वरीय अधिकार के द्वारा सेवा करते हैं। परमेश्वर की ओर देखते हुए, हम पूछते हैं: अगले पचास वर्ष क्या ले कर आ सकते हैं? जब हम आपके साथ मिलकर अपनी पचासवीं वर्षगाँठ मनाने के लिए पीछे मुड़कर देखते हैं, तो कृप्या यह जान लें कि हम अधिक से अधिक लोगों में परमेश्वर की पवित्रता को उसकी सम्पूर्णता में घोषित करने के समर्पण को नया करते हुए आगे की ओर देखते हैं। हम चाहते हैं कि हमारा मार्ग विश्वासयोग्यता की ओर हो, यह नहीं जानते हुए कि आगे क्या होगा, परन्तु उत्सुकता से यह देखने आशा करते हुए कि परमेश्वर आगे क्या करेगा ।