प्रेरित पौलुस को चिन्ता थी कि इफिसुस की कलीसिया की चरवाही उचित रीति से की जाए। उसने उस लक्ष्य के लिए वहाँ परिश्रम किया, वहाँ के प्राचीनों को निर्देश दिए, और कलीसिया और उसके पास्टर तीमुथियुस को पत्र लिखे। फिर भी पौलुस ने अपनी अनुपस्थिति में इस मण्डली की चरवाही कैसे की? प्रार्थना करने के द्वारा।