सिद्धतावाद एवं नियंत्रण

टेबलटॉक का अक्टूबर 2018 प्रकाशन सिद्धतावाद, नियंत्रण, और परमेश्वर की सम्प्रभुता के विषय को सम्बोधित करेगा। पवित्रशास्त्र बार-बार हमें आश्वासन देता है कि परमेश्वर सच में सम्प्रभु है और कि वह सब कुछ को अपने लोगों की भलाई के लिए कर रहा है (रोमियों 8:28)। साथ में, पवित्रशास्त्र इस सत्य का उपयोग हमें कार्य न करने और अपने लिए और अपने निर्णयों के लिए उत्तरायित्व न लेने के लिए प्रोत्साहन के रूप में नहीं करता है। इन सत्यों को जब जोड़ा जाता है हमारे पापी स्वभाव के साथ, पतित संसार में जीवन की वास्तविकता के साथ, और परमेश्वर द्वारा दी गई समझ के साथ कि जीवन वर्तमान से उत्तम होने के लिए बना था, तो प्रायः हमारे लिए कठिन हो जाता है संतुलन बनाए रखने के लिए परमेश्वर की सन्तानों के लिए उसकी भली योजना पर भरोसा करने में और उत्तरदायी रीति से जीने की आवश्यक्ता में। हम या तो अत्यधिक सर्वनियन्त्रक बन जाते हैं या अत्यधिक निष्क्रिय, या तो अत्यधिक भयभीत हो जाते हैं या अत्यधिक चिन्तामुक्त, या तो सिद्धता से अभिभूत होते हैं या अनुपयुक्त बातों के प्रति निश्चिन्त।

यह प्रकाशन ईश्वरीय सम्प्रभुता और मानवीय उत्तरदायित्व की सही समझ के सम्बन्धित विभिन्न विषयों को ध्यान देगा, पाठकों की सहायता करते हुए ताकि वे बाइबलीय रीति से सोच सकें कि इस वर्तमान युग में संयम से रहने का क्या अर्थ है बिना सिद्धतावाद में ओर या पाप-पूर्ण भय में पड़े।
 

 
25 जून 2021

नियंत्रण से बाहर और नियंत्रण में

कभी-कभी, ऐसा प्रतीत होता है कि जैसे पूरा संसार पागल हो गया है और नियंत्रण से बाहर हो रहा है। इन सभी संघर्ष और भ्रम के साथ, हम स्वाभाविक रीति से अपने बच्चों और हमारे बच्चों के बच्चों के लिए एक गम्भीर और वास्तविक चिन्ता रखते हैं क्योंकि वे एक ऐसे संसार का सामना करते हैं जो अराजकता और शत्रुता में बढ़ रहा है।
27 जून 2021

परमेश्वर के प्रावधान पर भरोसा करते हुए भविष्य के लिए योजना बनाना

परमेश्वर वास्तव में सम्प्रभु है। और मैं वास्तव में परमेश्वर की प्रकट इच्छा के अनुसार जीने के लिए उत्तरदायी हूँ। वह अपने धर्मी दाहिने हाथ से सब कुछ सम्भालता है (यशायाह 40:10; इब्रानियों 1:3)।
28 जून 2021

सचेत यर्थातवाद के साथ सिद्धता का पीछा करना

कुछ समय डैलस के लिए हवाई यात्रा के समय, मैंने अमेरिकन वे नामक अमेरिकन एयरलाइंस की मासिक पत्रिका के वर्तमान प्रकाशन पढ़ने का आनन्द लिया। इस विशेष प्रकाशन की मुख्य कहानी प्रतिभाशाली गोल्फ खिलाड़ी लेक्सी थॉम्पसन के विषय में थी।
29 जून 2021

ईश्वरीय आकांक्षा का स्थान

“ये पहाड़ी क्षेत्र मुझे दे.. और मैं उन्हें निकाल भगाऊंगा।” ये छियासी वर्षीय कालेब के शब्द हैं, जिनका वर्णन यहोशू की पुस्तक में पाया जाता है, जब इस्राएली भूमि पर चढ़ गए और अपने शत्रुओं से लड़ने के लिए तैयार हो रहे थे (यहोशू 14:12)। कालेब के सामने बाधाओं और उनके द्वारा प्रस्तुत किए जाने वाले संकटों के प्रकाश में, कोई भी उसे महत्वाकांशी से कम कुछ भी नहीं समझेगा।
1 जुलाई 2021

बिना सर्वनियन्त्रक बने घर को संचालित करना

मैं अधिकाई से इस बात पर विश्वास करने लगा हूँ कि जीने के केवल दो ही मार्ग हैं: (1) परमेश्वर पर भरोसा रखना और उसकी इच्छा तथा उसके अधिकार के अधीन रहना, या (2) परमेश्वर बनने का प्रयास करना। इन दोनों के अतिरिक्त कुछ और नहीं है। पापी होने के रूप में, हम पूर्व की तुलना में बाद के विकल्प में आगे प्रतीत होते हैं। यह आत्मिक सम्बन्ध बच्चों की परवरिश तथा विवाह के केन्द्र पर कार्य करता है।