अंगीकार करने वाली कलीसिया

जून 2021 के टेबलटॉक अंक में ऐसे लेख होंगे जो अंगीकार करने वाली कलीसिया के विषय में हैं। ऐतिहासिक, शास्त्रसम्मत मसीहियत ने आरम्भ से ही अंगीकारों की सहायता से उस विश्वास को संरक्षित किया है और इसकी घोषणा की है जो एक बार पवित्र लोगों को सौंपा गया है। अंगीकार ऐसे लेख हैं जो विधर्मता का खण्डन करते हैं और परिभाषित करते हैं कि हम क्या विश्वास करते हैं कि पवित्रशास्त्र क्या सिखाता है। वर्तमान में, अंगीकारों का उपयोग बहुत घट गया है। कुछ कलीसियाएँ इनकी पूरी रीति से उपेक्षा करती हैं और अन्य कलीसियाएँ इतने छोटे विश्वास वचनों को अपनाते हैं जो शास्त्रसम्मत विश्वास और जीवन के लिए अपर्याप्त सीमाएँ स्थापित करते हैं। इसके परिणामस्वरूप अब स्वयं को विश्वासी कहने वाली एक ऐसी पीढ़ी है जो नहीं जानते हैं कि कलीसिया ने क्या विश्वास किया है और वे विश्वास के परिपूर्णता को उन लोगों को नहीं सौंप सकते हैं जो परमेश्वर के लोगों का अगुवाई करने के लिए उनके बाद आ रहे हैं। टेबलटॉक का यह अंक अंगीकारों की आवश्यक्ता को और कलीसिया के जीवन में उनके मूल्य को दिखाने के द्वारा कलीसिया को अंगीकारवाद के प्रति पुनः समर्पित कराने का प्रयास करेगा।

 

 
13 सितम्बर 2022

वास्तव में अंगीकारवादी

लगभग 10 वर्ष पूर्व, मुझे एक लघु पुस्तिका लिखने को कहा गया जिसका नाम था व्हाए डू वी हैव क्रीड्स (हमारे पास विश्वास-वचन क्यों हैं)? उस प्रश्न का उत्तर देने में, मेरा उद्देश्य मसीहियों की सहायता करना था,
15 सितम्बर 2022

हम अंगीकारवादी क्यों हैं?

“मैं विश्वास करता हूँ।” ये शब्द हम अपने जीवनों में प्रतिदिन सुनते हैं। सन्दर्भ भले कोई भी हो, हम लगभग सभी बातों के विषय में अपना विचार व्यक्त करने के लिए इन सरल शब्दों का उपयोग करते हैं।
20 सितम्बर 2022

इतिहास में अंगीकार करने वाली कलीसिया

आरम्भ से ही, पुराने नियम के अपने प्रदर्शन में भी, परमेश्वर के लोग एक अंगीकार करने वाला समुदाय रहे हैं। शेमा (Shema) पवित्रशास्त्र का “प्राचीन विश्वास का वचन” : “हे इस्राएल सुन! यहोवा हमारा परमेश्वर है, यहोवा एक ही है” (व्यवस्थाविवरण 6:4)।
22 सितम्बर 2022

अंगीकार और आराधना

मेरे बचपन की कुछ स्मृतियाँ प्रभु के दिन पर आराधना में मेरे परिवार के साथ होने पर केन्द्रित हैं। धर्मसुधारवादी और प्रेस्बिुतरवादी कलीसियाएँ जिनमें हम भाग लेते थे, अर्थप्रकाशक प्रचार, भजन-गायन, और प्रार्थना आराधना के निश्चित तत्त्व थे,
27 सितम्बर 2022

अंगीकार और कलीसियाई अगुवाई

कलीसियाई अगुवाओं के विश्वासयोग्य और फलदायक श्रम के लिए सैद्धान्तिक मानकों का बहुत महत्व है। ऐसे मानक सारांश और विधिवत रूप में पवित्रशास्त्र की कुछ अत्यन्त ही महत्वपूर्ण शिक्षाओं को बताते हैं, 
29 सितम्बर 2022

अंगीकार और कलीसियाई सदस्यता

मेरे साथ एक ऐसे उपदेशक की कल्पना करें जो एक प्रतिभाशाली वक्ता है—उसकी शिक्षा स्पष्ट और प्रेरणादायक है, और वह एक गुणवान अगुवा है।
4 अक्टूबर 2022

अंगीकार और कलीसिया का मिशन

अंगीकार की आज नकारात्मक ख्याति है। प्राचीन कलीसिया और धर्मसुधार की कलीसियाओं ने जाँचे और परखे विश्वास वचन और अंगीकार हमें विरासत में दिए।
6 अक्टूबर 2022

ख्रीष्ट में एक स्त्री की पहचान

ख्रीष्ट में एक बहन को अपनी पहचान के लिए लड़ते हुए देखने से अधिक कष्टदायक मेरे लिए और कुछ नहीं है। उसके संघर्ष प्रायः अन्य विकारों द्वारा छिपाए जाते हैं जैसे अवसाद, चिन्ता, भय, और खो जाने का एक सामान्य आभास।