अनुग्रह के साधारण साधन
जून 2020 का टेबलटॉक प्रकाशन में अनुग्रह के साधारण साधन के विषय में लेख होंगे। विस्टमिन्स्टर लघु प्रश्नोत्तरी 88 कहता है कि “वे बाहरी एवं साधारण साधन जिनके द्वारा ख्रीष्ट हमें छुटकारे के लाभ संचारित करता है, उसकी विधियां हैं, विशेषकर वचन, कलीसियाई विधियां, और प्रार्थना; जिनमें से सभी चुने हुओं के लिए उद्धार के लिए प्रभावशाली बनाए जाते हैं।” किन्तु हमारे दिन में, बहुत कलीसियाओं में इन साधारण साधनों की उपेक्षा की गई है। कई मण्डलियां और व्यक्तिगत ख्रीष्टीय लोग इसके स्थान पर आत्मिक बढ़ोत्तरी की खोज करते हैं सही कार्यक्रमों में, संगीत शैली में, कलीसिया वृद्धि रणनीति में और अन्य ऐसे स्थानों में जहाँ परमेश्वर ने अपने लोगों को आशीषित करने की प्रतिज्ञा नहीं की है। विश्वासियों को हमारे दिन में नवीनीकरण देखने के लिए ख्रीष्ट द्वारा नियुक्त अनुग्रह के साधारण साधनों के पास पुनः लौटने की आवश्यकता है।टेबलटॉक का यह प्रकाशन पाठकों की सहायता करेगा अनुग्रह के साधनों को अच्छी रीति से समझने और इनके मूल्य को पहचानने में।
17 मई 2021
मैंने कभी किसी ख्रीष्टीय को यह कहते नहीं सुना कि वह विश्वास नहीं करता कि परमेश्वर सम्प्रभु नहीं है। परन्तु मैंने कई ख्रीष्टियों को इस प्रकार परमेश्वर की सम्प्रभुता को परिभाषित करते हुए सुना है जो अन्ततः मनुष्य को परमेश्वर पर सम्प्रभु बनाता है।
18 मई 2021
शीर्ष पचास सर्वाधिक विक्रित ख्रीष्टिय पुस्तकों का एक संक्षिप्त सर्वेक्षण प्रकट करता है कि अधिकांश ख्रीष्टीयों के लिए कौन से विषय सबसे अधिक और सबसे कम रुचिकर हैं।
20 मई 2021
हम कभी-कभी प्रतिभाशाली खिलाड़ियों, कलाकारों, या लेखकों के विषय में सुनते हैं जिनके योग्यताओं को बहुत कम महत्व दिया जाता है। उनके पास योग्यताओं के होते हुए भी, उनके कार्यों की उपेक्षा की गई है, और उन्हें उनका देय नहीं दिया गया है।
21 मई 2021
ख्रीष्टियों के पास साहस के साथ अनुग्रह के सिंहासन के सामने आकर परमेश्वर से बात करने का महान सौभाग्य है। हमारे और परमेश्वर के मध्य संगति को प्रार्थना कहा जाता है।
23 मई 2021
मैं एक बड़ी बपतिस्मावादी (Baptist) कलीसिया में बढ़ा हुआ जहाँ पर बपतिस्मा बार-बार होता था और प्रभु भोज का होना असमान्य था। बपतिस्मा सर्वदा एक आनन्दपूर्ण कार्यक्रम होता था—कभी-कभी लोग खुशी से चिल्लाते भी थे।
24 मई 2021
अनुग्रह के साधन ख्रीष्टीय जीवन में कलीसिया की आवश्यकता को उजागर करते हैं। प्रभु ने हमें ख्रीष्टीय जीवन को अकेले जीने के लिए नहीं बनाया है। यह कहा गया है कि विश्वासी जलते हुए कोयले के जैसे हैं।