भजन 22 मानव इतिहास में सबसे व्यथित पुकार से आरम्भ होता है; “हे मेरे परमेश्वर, हे मेरे परमेश्वर, तू ने मुझे क्यों छोड़ दिया?” ये वे वचन हैं जो यीशु ने अपने होंठो पर लिए अपनी पीड़ा की गहराई के समय क्रूस पर। उसकी पीड़ा उस समय अनोखी थी जब उसने अपने लोगों के पापों के लिए स्वयं को चढ़ा दिया।