- लिग्निएर मिनिस्ट्रीज़

लिग्निएर का ब्लॉग

हम डॉ. आर. सी. स्प्रोल का शिक्षण संघ हैं। हम इसलिए अस्तित्व में हैं ताकि हम जितने अधिक लोगों तक सम्भव हो परमेश्वर की पवित्रता को उसकी सम्पूर्णता में घोषित करें, सिखाएं और रक्षा करें। हमारा कार्य, उत्साह, और उद्देश्य है कि हम लोगों को परमेश्वर के ज्ञान और उसकी पवित्रता में बढ़ने में सहायता करें।

 
10 नवम्बर 2022

परमेश्वर की महिमा के लिए कार्य करना

कुछ वास्तव में बहुत अच्छा कर के और फिर उसका श्रेय परमेश्वर को देना—यही अहंकार का प्रतिकार है। जब आप कुछ ऐसा प्राप्त करते हैं जिसके विषय में आप अच्छा अनुभव कर सकें, जैसे कि क्रिकेट में अच्छे रन मारना, अच्छी बिक्री करना, ग्राहक की सहायता करना, अच्छा उत्पाद बनाना, या एक दर्शक से जुड़ना, तब आप स्वयं को महिमान्वित करने के लिए प्रलोभित हो सकते हैं।
8 नवम्बर 2022

कलीसिया में पक्षपात

ऐसा प्रतीत होता है कि आरम्भिक कलीसिया में पक्षपात एक समस्या थी, क्योंकि अधिक धन या प्रतिष्ठा वाले लोगों के साथ अन्य लोगों की तुलना में बेहतर व्यवहार किया जाता था। प्रेरित याकूब ने अपने पत्री में इस आवेग के विरुद्ध बात की है
3 नवम्बर 2022

अपने मनों को नया करना

जुलाई में, अपने मनों को नया करना (Renewing Your Mind), आर. सी. स्प्रोल के साथ ने अपनी चौबीसवीं वर्षगांठ मनाई। इस कार्यक्रम का नाम, जिसको संचालन करना मेरा सौभाग्य है, रोमियों 12:2 से लिया गया है: “इस संसार के अनुरूप न बनो, परन्तु अपने मन के नए हो जाने से तुम परिवर्तित हो जाओ।“
1 नवम्बर 2022

आने वाले संसार में जीवन जीना

प्रकाशितवाक्य की पुस्तक का आरम्भिक दर्शन इसके अन्तिम दर्शन से मिलता है। आरम्भ में, यूहन्ना एक तेज़ स्वर को सुनता है जो उसे वह लिखने की आज्ञा देती है जो वह देखता है, और वो अपनी कलीसियओं के मध्य खड़े, महिमावान और जी उठे प्रभु यीशु को देखता है (1:10-20)।
27 अक्टूबर 2022

अलगाववाद

मैं कैलिफोर्निया छोड़ के जाने के लिए तैयार हूँ। यह संघ का सबसे महान राज्य हुआ करता था, परन्तु अब परिस्थितियाँ परिवर्तित हो गयी हैं। कैलिफोर्निया को जीवन की गुणवत्ता के लिए अन्तिम स्थान दिया गया था।
25 अक्टूबर 2022

इन अन्त के दिनों में जीना

कभी कभी लोग मुझसे पूछते हैं कि अन्त के दिन कब आएंगे, और मैं उन्हें बताता हूँ कि अन्त के दिन दो हज़ार वर्ष पूर्व आरम्भ हो चुके हैं। वे यीशु ख्रीष्ट की सेवकाई, मृत्यु, और पुनरुत्थान के साथ आरम्भ हो चुके हैं।
20 अक्टूबर 2022

दोहरे नागरिकों के रूप में जीना

यीशु को नैतिक या ईश्वरविज्ञानी दुविधा में फंसाना सरल नहीं था। परन्तु इस बात ने यहूदी अगुवों को प्रयास करने से नहीं रोका। यीशु ने यह स्पष्ट कर दिया था कि उसका राज्य “इस संसार का” नहीं है (यूहन्ना 18:36)।
18 अक्टूबर 2022

हमारे हृदयों में अनन्त काल की लालसा

एक विवाह मसीह को आमने-सामने देखने की हमरी प्रत्याशा को बड़े अच्छे ढंग से व्यक्त करता है। 14 जनवरी, 1632 को, स्कॉटलैण्ड के प्रेस्बिटेरियन पास्टर और ईश्वरविज्ञानी सैमुएल रदरफोर्ड ने इस अद्भुत घटना की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए एक पत्र लिखा।
11 अक्टूबर 2022

हो चुका और अभी तक नहीं

यह संसार हमारा घर नहीं है, परन्तु यह होगा। हम इस दुखी संसार में अपने दिन जीते हैं नए आकाश और नयी पृथ्वी की उत्सुकतापूर्वक प्रतीक्षा में, प्रतिदिन इस प्रतिज्ञा पर निर्भर रहते हुए