उस पद का अर्थ वास्तव में क्या है?
टेबलटॉक का फरवरी 2013 प्रकाशन ऐसे कई सामान्यतः त्रुटिपूर्वक रीति से समझे गए खण्डों को देखेगा, इस प्रश्न को पूछते हुए कि, उस पद का अर्थ वास्तव में क्या है? मसीही लोग पवित्रशास्त्र को दो हज़ार वर्षों से अध्ययन करते आए हैं, और यह बात तो सही है कि उद्धार का मूलभूत सन्देश ऐसे किसी भी साधारण समझ रखने वाले व्यक्ति के लिए इतना स्पष्ट है कि साधारण साधन का उपयोग करके उसे प्राप्त किया जा सकता है, परन्तु इसका अर्थ यह नहीं है कि प्रत्येक बाइबलीय स्थल सरलता से समझा जा सकता है और सही रीति से लागू किया जा सकता है। इसके कारण, पवित्रशास्त्र के कई पदों को प्रायः उनके मूल सन्दर्भ से लिकाला जाता है और ऐसे लागूकरण किये जाते हैं जो सटीक नहीं हैं।
टेबलटॉक का यह प्रकाशन बारह ऐसे पदों को देखेगा जिसे विश्वासी लोग प्रायः त्रुटिपूर्वक रीति से समझते हैं, और पाठकों की सहायता करेगा कि उन पदों को उनके मूल सन्दर्भ में देखें, उचित रीति से समझें तथा अपने जीवन में लागू करें।